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सिवान में असन्तुलित ट्रक घर मे घुसा, ईलाज के दौरान घायल ने तोड़ा दम

7 दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रहे नरेश चौधरी ने तोड़ा दम

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रही उंगलियां बिना एमवीआई के ट्रक छोड़ने का है मामला 

आलोक वर्मा 

सिवान जिले के पकरीबरावां में थाना क्षेत्र के उकौड़ा पंचायत के जलपार गांव के नरेश चौधरी की ईलाज के दौरान मौत हो गई बताया जाता है कि पकरीबरावां शेखपुरा पथ पर एक सप्ताह पूर्व बुधवार की देर रात्रि को एक अनियंत्रित ट्रक जलपार गांव के तीखे मोड़ के समीप पहले बिजली के खंभे से टकराया फिर घर में प्रवेश कर गया इस दौरान बिजली के तार की चपेट में आने से घर मे सोए परिवार के 5 लोग घायल हो गये थे। जिसमे नरेश चौधरी को ईलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां से चिंताजनक स्थिति में नवादा रेफर कर दिया गया था जहां नवादा से बिहारशरीफ रेफर किया गया था, जिनका बिहार शरीफ अवस्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज चल रहा था सोमवार की देर रात्रि को इलाज के दौरान नरेश चौधरी की मौत हो गयी बताया जाता है कि ट्रक संख्या जेएच 02ए एम-3409 ट्रक चालक शराब के नशे में धुत था तथा पकरीबरावां से शेखपुरा की ओर जाने के क्रम मे जलपार यू-टर्न के पास ड्राइवर संतुलन खो दिया और सामने बिजली के पोल में धक्का मार दिया था। पोल के गिरने से विद्युत प्रवाहित तार घर पर आ गिरा और घर में मौजूद गृह स्वामी नरेश चौधरी, पत्नी सुनीता देवी 8 वर्षीय मोनू चौधरी 2 वर्षीय पूजा कुमारी 12 वर्षीय किरण कुमारी बिजली के झटके से घायल हो गए थे। घटना में एक गाय भी झुलस गयी थी घटना के बाद ग्रामीणों ने ट्रक चालक पिकेश कुमार एवं खलासी गुड्डू को घायल अवस्था में पुलिस के हवाले कर दिया इधर पुलिस के द्वारा नशे मे धुत चालक, खलासी को गिरफ्तार कर शराब की पुष्टि कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि मामले में पुलिस द्वारा पुलिस केश किया गया था।

मृतक के परिजन ने पुलिस पर लगाया आरोप

मृतक के भाई कैलाश चौधरी एवं परिजनो ने बताया कि थानायध्क्ष सरफराज इमाम एवं पंचायत के मुखिया एवं प्रखंड उपप्रमुख द्वारा मेरे घर पर आकर समझा बुझाकर मामले को दबा दिया गया और ईलाज का उचित मुआबजा भी नहीं दिलवाया गया। और मामले को रफा दफा करके ट्रक को थानाध्यक्ष द्वारा शुभ लाभ के चक्कर में पड़कर बिना एमभीआई कराए ही ट्रक को छोड़ दिया गया पुलिस की ऐसी कार्यशैली पर भी उंगलियां उठ रही है कि आखिर किस परिस्थिति में बिना एम बी आई कराएं ट्रक को क्यों छोड़ा गया सवाल यह भी उठ रहा है कि जब मृतक इलाजरत था तो किस कानून के तहत वाहन को छोड़ा गया यह भी लोग प्रशासन से जानना चाहते हैं।  फिलहाल इस संदर्भ में पुलिस विभाग के कोई भी वरीय अधिकारी कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं |

मृतक के परिजनों पर टूटा गमों का पहाड़, रो-रोकर बुरा हाल

6 दिन पूर्व सड़क हादसे में सोमवार की रात्रि में हुई मौत के बाद मृतक के परिजनों पर पहाड़ टूट पड़ा है। जलपार गांव निवासी सुनीता देवी अपने पति के शव को देखकर बार-बार अचेत होकर यह कहते नजर आ रही थी अब केकरा सहारे रहब हम रजवा उनके करुण चीत्कार से गांव में दुखों के बादल छा गए घटनास्थल पर अपने पति का शव देख कर पत्नी की आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था कई लोग शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाने में लगे हुए थे हर कोई उस मनहूस घड़ी को कोस रहा था। परिजनों ने बताया कि मृतक अपने पीछे तीन पुत्र एवं दो पुत्री को छोड़ गया है जिसके पालन पोषण की चिंता मृतक के पत्नी को सता रही है |

घटना की खबर के बाद गांव पहुंच कर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कराया पोस्टमार्टम

विगत 1 सप्ताह पूर्व घटित घटना में सोमवार की देर रात्रि को इलाज के दौरान जहां नरेश चौधरी ने अपना दम तोड़ दिया जैसे ही मामले की खबर स्थानीय पुलिस को मिली स्थानी पुलिस गांव पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम हेतु नवादा भेज दिया देर दोपहर को पोस्टमार्टम के उपरांत शव पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया तदुपरांत परिजनों ने विधिवत मृतक का अंतिम संस्कार किया इधर ग्रामीण यह भी आरोप लगा रहे हैं कि स्थानीय पुलिस की लापरवाही के कारण युवक की जान गई है उस वक्त पुलिस और पंचायत प्रतिनिधि ने दबाव बनाकर समझौता करा दिया था फिलहाल परिजनों को किसी प्रकार की सहायता राशि प्रदान नहीं की गई है परिजन जिले के आला अधिकारी से उचित न्याय की गुहार लगा रहे हैं |
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