अनूप नारायण सिंह
मिथिला हिन्दी न्यूज :- राजधानी पटना में कोरोना से मृत मरीज के बेटों ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है। पूरा मामला पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के हरमंदिर गली इलाके का है जहां पर 50 वर्षीय कोरोना मरीज होम आइसोलेट में रहकर इलाज़ करा रहे थे जहाँ उनकी अहले सुबह करीब 4 बजे मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिवार व स्थानीय लोगो ने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाते रहे कि उनका शव को हटाने के लिए प्रबंध किया जाए। पर बिहार की निकम्मी स्वास्थ्य विभाग के कानों तक जु नही रेंगी। बहुत जदोजहद के बाद स्वास्थ्य विभाग ने करीब 14 घंटे के बाद बिना मेडिकल टीम के सिर्फ ड्राइवर सहित एम्बुलेंस भेज दिया। जिसके बाद मृतक व्यक्ति के दोनों बेटों ने स्वयं की PPE किट पहन कर अपने मृत पिता को एम्बुलेंस से ले गए। इसी से अंदाजा लगाइए की राजधानी पटना में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण एक शव को उठाने में करीब 14 घंटे लगते है वो भी बिना कोई मेडिकल टीम के और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय दावा करते है कि बिहार में और राजधानी पटना में स्वास्थ्य व्यवस्था सबसे बेहतर है।