मिथिला हिन्दी न्यूज :-अक्सर सुनने को मिलता है कि प्रत्येक व्यक्ति के एक ईष्टदेव या देवी होते हैं. इनकी उपासना करके ही व्यक्ति जीवन में उन्नति कर सकता है. इनका निर्धारण लोग कुंडली के आधार पर करते हैं. वैसे इस विषय पर कोन विद्वान क्या कहते है इस पर मै अभी चर्चा नही करूंगा परंतु मेरा व्यक्तिगत मानना है कि वास्तव में ग्रहों का और ज्योतिष का ईष्टदेव से सम्बन्ध नहीं होता है। हां सनातनी कुल देवी देवता को जरूर मान सकते है। अपने बंशानुकुल परंपराओं के अनुसार उनकी आराधना कर सकते है। अब बात करते है कि आपके ईष्टदेव या देवी का निर्धारण आपके जन्म जन्मान्तर के संस्कारों से होता है. बिना किसी कारण के ईश्वर के जिस स्वरुप की तरफ आपका आकर्षण हो, वही आपके ईष्ट देव हैं. ग्रह कभी भी ईश्वर का निर्धारण नहीं कर सकता ।ग्रहों की समस्या को दूर करने के लिए विशेष देवी देवताओं की उपासना की जा सकती है।