मोरवा/संवाददाता।
मोरवा में सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों की आयोजित बैठक में कोरोना महामारी के भीषण आतंक तथा दिन रात की लगातार हो रही भारी बारिश से खेतों में जलजमाव के कारण भूमि सर्वेक्षण को स्थगित करने की मांग की गई। बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि किसानों के खेतों में बिजली पहुंचाने के लिए 26 जुलाई से सरकार द्वारा भूमि सर्वेक्षण का आदेश दिया गया है। भूमि सर्वेक्षण की कठिनाइयों को स्पष्ट करते हुए वक्ताओं ने बताया कि, एक तो कोरोना महामारी की भीषण आशंका, दूसरी ओर किसानों की भूमि की त्रुटिपूर्ण जमाबंदी तथा त्रुटिपूर्ण प्रपत्रोंके कारण भूमि सर्वेक्षण पूरी तरह असंभव प्रतीत हो रहा है। वहीं दिन रात की लगातार हो रही भारी बारिश से, ऊपर वाली गोयढ़ा भूमि से लेकर नीचे वाली चौर की भूमि तक के सभी खेतों में जलजमाव हो जाने से भूमि सर्वेक्षण कार्य कठिन हो गया है। सर्वसम्मति से कोरोना महामारी का आतंक थमने के बाद , किसानों की भूमि के प्रपत्रों को सुधारने एवं बारिश का मौसम समाप्त होने तक , भूमि सर्वेक्षण राज्य सरकार द्वारा स्थगित करने की मांग की गई। ताकि सही तरीके से भूमि सर्वेक्षण होने पर किसानों को समुचित लाभ प्राप्त हो सके। इन सारी कठिनाइयों से प्रखंड कृषि पदाधिकारी को अवगत कराते हुए , इस आशय का ज्ञापन अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला महामंत्री राम कुमार झा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री , कृषि मंत्री, जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी को भी भेज कर भूमि सर्वेक्षण के आदेश को अति शीघ्र स्थगित करने की मांग की गई। सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंस के साथ आयोजित बैठक में अधिकांश समन्वयक और किसान सलाहकारों ने अपने क्षेत्र के भूमि सर्वेक्षण की भारी कठिनाइयों से अवगत कराया।
Published by Amit Kumar