मोरवा/संवाददाता
एक और जहां एक सप्ताह व्यतीत होने के बावजूद अब तक मोरवा प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों के लिए ना तो सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है , और न ही मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था की गई है। दूसरी ओर डीएम द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का सर्वेक्षण एवं मोरवा विधायक विद्यासागर सिंह निषाद द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत एवं मवेशियों के लिए चारे की शीघ्र व्यवस्था करने की मांग किए जाने के बाद, जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को एक ट्रक चारे के रूप में भूसा भेजा गया। सोमवार को आपूर्ति किए गए चारे में भी घपले की संभावना उत्पन्न हो गई। जिला प्रशासन द्वारा जब एक ट्रक भूसा चारे के रूप में भेजा गया, तो आपूर्तिकर्ता के द्वारा मुखिया से सत्तर क्विन्टल भूसा की मात्रा आवश्यक कागजात पर लिख देने का आग्रह किया गया। मुखिया रेनू देवी एवं मुखिया पति प्रवीण कुमार राय ने मात्र तीस क्विंटल भूसा होने के कारण फिर से सही वजन कराने के बाद , ट्रक लदा भूसा वापस लाने का आग्रह करते हुए, भूसा लदे ट्रक को ताजपुर वजन कराने के लिए वापस भेज दिया गया है। एक ओर जहां बाढ़ पीड़ितों के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा समुचित मात्रा में राहत एवं चारा सामग्री अति शीघ्र आपूर्ति का आश्वासन दिया जा रहा है। दूसरी ओर कम मात्रा को अधिक मात्रा में लिखाने के आग्रह से मवेशियों के लिए आपूर्ति किए जाने वाले चारे में भी घपले की आशंका उत्पन्न हो जाने से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
Published by Amit Kumar