15 अगस्त 2020
मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय, सीतामढ़ी, बिहार
सीतामढ़ी:आमलोगों के लिए सब्जी खरीदना मुश्किल हो गया हैं। सब्जी की क़ीमतों में लगातार उछाल आने से लोगो की थाली से हरी सब्जी गायब होती जा रहीं है।
समाज के कमजोर तबके के लोगो के लिए सब्जी खरीदना नामुमकिन हो चुका हैं। सब्जी के साथ-साथ मशालों की भी कीमते आसमान छूने लगीं है। सूखा मिर्च- ₹200/ किलो, हल्दी- ₹150 व लहसुन – ₹200/ किलो बिक रहा हैं।
सब्जी खराब होने से महंगाई बढ़ रहीं हैं आपको बताते चलें कि आलू-30/किलो,प्याज-₹20/किलो, बैगन ₹60/किलो, परवल-80/किलो, कद्दू-50/पीस ,केला-60-120दर्जन,करेला-50/किलों ,घिया-30/किलों और भिंडी ₹50/किलो बिक रहा हैं।
एक तो कोरोना के वजह लॉक डाउन होने से मजदूर लोग घर पर बैठे है आमदनी का स्रोत बंद है दूसरी ओर सब्जी का मंहगाई चिंता सता रही है।
आमलोग बाजार से बिना कुछ खरीदे लौट रहे हैं।
सब्जी दुकानदारों का कहना हैं कि अत्यधिक वर्षा होने से सब्जी की खेती मारी गईं हैं, जो बचा हैं उसका दाम बढ़ने स्वभाविक हैं. सब्जी की खेती करने वाले कम हैं और खरीदारी करने वाले अधिक, ऐसे में कीमतों में उछाल का यह एक मत्वपूर्ण कारण हैं.