मिथिला हिन्दी न्यूज :-इंजीनियर गौरव कुमार उर्फ राजा बाबू ने बिहार के लिए बाढ़ एक अभिशाप बताया है, बाढ़ एक ऐसा समस्या है जो हर साल लाखों लोग को बेघर कर देती है, लाखो लोग को पूरी तरह तवाह कर देती है और लाखो लोग को भूखे सोने पर मजबूर कर देती है। इसके लिए जितना सरकार जिम्मेवार है उतने ही आम जनता भी, जब तक आम जनता इसको लेकर जागरूक नहीं होगी तब तक इसका निदान नहीं निकलने वाला है, जरूरत है आम जनता को अपने सरकार से सवाल पूछने का, इसके निदान के लिए जो करना पड़े उसमे हाथ मै हाथ मिलाकर सहयोग करने का, एक बहुत अच्छी कहावत है मानव जब जोर लगाता है पानी भी पत्थर बन जाता है तोह कोई भी काम ऐसा नही है जो मानव नहीं कर सकता मतलब हम आप मिलकर नहीं कर सकते| आजादी के 70 साल बाद भी बिहार मै ये समस्या बनी हुई है, अलग अलग सरकार बनी, सरकारें काम भी किए लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया इसलिए आज फिर बिहार डूबा है| एक इंजीनियर होने के नाते इसपर महीनो अध्यन करने के बाढ़ उन्होंने पाया कि है कि नेचुरल फ्लड मैनेजमेंट टेक्निक भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है इसको नियंत्रित करने के लिए| नदी पर अच्छी और बहुत ऊंची बांध बने साथ ही एक सीमित हाइट पै प्रत्येक 1 किलो मीटर पर नदी से एक बड़ा और चौड़ा नाला या ड्रेन या जल निकासी बने जो काफी लम्बी हो जो पास के किसी तालाब से भी मिले और या खुली डाउन लयर पर जो जगह हो उससे भी मिला दी जाए और साथ ही नदी के तटवर्ती इलाकों बहुत सारे पेड़ लगाई जाए जो बारिश के अति संभावना को कम कर देती है और पानी सोखने का भी काम करता है लेकिन पेड़ भारी मात्रा में होनी चाहिए| मिथिला समेत बिहार का विकास हो, लोग सब रूप से समिर्ध बने यही हमारी कामना है| नीचे दूसरा इमेज बेल्फॉर्ड का है जहा ये टेक्निक इंप्लीमेंट की गई है|