मिथिला हिन्दी न्यूज :-दरभंगा स्नातक विधानपरिषद चुनाव में जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार को एक-एक वोट के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है वहीं पहली बार चुनावी मैदान में उतरे सामाजिक कार्यकर्ता रजनीकांत पाठक को स्नातक मतदाताओं का अपार समर्थन मिल रहा है। बेगूसराय के बखरी प्रखंड क्षेत्र के सकरपुरा निवासी रजनीकांत पाठक को न सिर्फ बेगूसराय बल्कि दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर में भी स्नातक मतदाताओं का स्नेह व आशीर्वाद मिल रहा है। लगातार मिल रहे समर्थन से श्री पाठक काफी उत्साहित हैं। प्रभात खबर से बात करते हुए उन्होंने बताया कि पहली बार बड़ी संख्या में युवा स्नातक मतदाताओं का नाम मतादाता सूची में शामिल हुआ है। वर्तमान में स्नातकों के सामने रोजगार और उच्च शिक्षा के लिए पलायन का मुद्दा सबसे अहम है। मैंने अपने एजेंडे में बेगूसराय में राष्ट्रकवि दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना और मिथिला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना को प्राथमिकता के तौर पर रखा है और इसके लिए मेरा निरंतर संघर्ष चलता रहा है और चलता रहेगा। वहीं नियोजित शिक्षकों, वित्तरहित कॉलेजों के शिक्षकों और स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों के साथ ही सभी संविदाकर्मियों के हक की आवाज बनने का काम मैं करता रहा हूँ और स्नातक मतादाताओं का आशीर्वाद मुझे मिलता है तो मैं विश्वास दिलाता हूँ कि मैं उनकी मांगों को लेकर सदन में भी आवाज उठाता रहूँगा। श्री पाठक लगातार जनसंपर्क अभियान में जुटे हैं रविवार को उन्होंने दरभंगा जिले के प्रखंड गोरा ब्राम और बहेड़ी और समस्तीपुर जिले के माहे सिंघिया और बिथान में स्नातक मतदाताओं के साथ बैठक की। जिसमें बड़ी संख्या में स्नातक मतदाताओं के साथ नियोजित शिक्षक भी शामिल हुए। बैठक में शामिल युवा बेरोजगारों ने जहाँ रोजगार के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया, वहीं नियोजित शिक्षकों ने सामान काम- सामान वेतन के मुद्दे को चुनावी एजेंडे में शामिल करने को लेकर श्री पाठक को भरपूर समर्थन देने का भरोसा दिलाया। वहीं सोमवार को उम्मीदवार रजनीकांत पाठक ने बेगूसराय जिले के मंझौल, नावकोठी, चेरिया बरियारपुर और खोदावंदपुर का दौरा किया और स्नातक मतदाताओं के साथ बैठक कर संवाद स्थापित किया।