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25 जनवरी राशिफल : ऐसा रहेगा आपका दिन, देखिए क्या कहती है आपकी राशि ?

25/01/2021,सोमवार।
पौष मास,शुक्ल पक्ष।
(संक्रांति अनुसार माघ मास)
विक्रम संवत् 2077,
शक संवत् 1942,
उत्तरायण, दक्षिण गोल:,
शिशिर ऋतु, पूर्वे काल:,

द्वादशी तिथि रा 11:20 तक,
उपरांत त्रयोदशी तिथि आरंभ।
मृगशिरा नक्षत्र रा 01:10 तक,
उपरांत आद्रा नक्षत्र आरंभ।
चंद्रमा वृष राशि में रा 03:06 तक,उपरांत मिथुन राशि में।
सूर्योदय 06:40,सूर्यास्त 05:20,
दिन का राहुकाल दि - 07:59 से 09:20 तक,इसके बाद दि 02:42 से 04:02 तक।
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आज के दिन - नारायण द्वादशी।
उपरोक्त मिथिला क्षेत्रीय पंचांग अनुसार संक्षिप्त विवरण।
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पंकज झा शास्त्री 9576281913 के द्वारा जानते हैं कि चंद्र राशि आधारित पुकार नाम अनुसार राशियों का संभावित बोलचाल क्या कहता है✍️
विशेष - 
नवग्रहों में राजकुमार बुध एक बार फिर राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। इस बार ये मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में गोचर करने वाले हैं। 
जब यह ग्रह चेहरे के हाव भावों के कारक द्वितीय भाव के स्वामी ग्रह को प्रभावित करता है, तो व्यक्ति को प्रभावशाली बना देता है। वही जब मन के कारक ग्रह चंद्रमा के साथ इसकी युति होती है, तो यह जीवन में उल्लास लाता है। बुध के राशि परिवर्तन से क्या हो सकता है 12 राशियों पर प्रभाव?

1- मेष राशि
इस दौरान बुध आपके एकादश, अर्थात लाभ स्थान में गोचर करेंगे। बुध के इस गोचर से, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। कार्यक्षेत्र पर आपकी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से, आपकी आय में वृद्धि होगी। वहीं जो लोग संपादक, लेखन, आदि क्षेत्रों से जुड़े हैं, उन्हें भी इस दौरान अच्छे फल मिलने की संभावना है।
इसके साथ ही पब्लिक डीलिंग, यात्रा, वित्तीय क्षेत्र, आदि से जुड़े व्यापारी जातकों को भी अपने व्यापार में विस्तार करने के अवसर प्राप्त होंगे। क्योंकि यह गोचर आपके लिए विशेष शुभ दिखाई दे रहा है। वहीं जो जातक किसी बैंक या अन्य संस्था से कर्ज की सहायता के इच्छुक थे, उन्हें भी इस गोचरकाल से अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की संभावना है।
वहीं प्रेम संबंधों की बात करें तो, इस गोचर के दौरान बुध शनि से दूर होते हुए आपको झिझक मुक्त करेंगे, जिससे आप अपनी भावनाओं को प्रेमी के समक्ष रखने में सफल होंगे। किसी पुराने मित्र से लंबे समय के बाद मुलाकात करने का अवसर मिलेगा। जिससे आपको खुशी की अनुभूति होगी।
उपाय: बुध की होरा के दौरान बुध मंत्र का जाप करें।

2 - वृषभ राशि
इस समय बुध का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा, जिससे कर्म और व्यवसाय की जानकारी मिलती है। ऐसे में आपके लिए बुध का गोचर अनुकूल रहने वाला है।
आर्थिक जीवन के लिए ये समय विशेष अच्छा रहेगा। क्योंकि इस समय आपके द्वारा किया गया हर निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। इससे आप अपनी संपत्ति को बढ़ाने में भी सफल होंगे, और निवेश का आपको भविष्य में उत्तम मुनाफ़ा मिलेगा।
वहीं कार्यक्षेत्र पर आप अधिक दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते, अपने प्रयासों से अधिक अपने शब्दों की वजह से दूसरों का विश्वास जीतने में सफल होंगे। आप सभी कार्यों को समय पर पूरा कर सकेंगे, जिससे आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। नए अवसरों की तलाश कर रहे जातकों को भी, कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
इसके अलावा व्यवसाय से जुड़े जातक, अपने अवलोकन, विश्लेषण, बुद्धिमत्ता और व्यापार की अच्छी समझ के चलते, कई अच्छे फ़ायदे उठा सकते हैं। जिससे उन्हें अपने व्यापार में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
पिता से संबंधों में सुधार आएगा। जिससे वह आपको आर्थिक मदद देते दिखाई देंगे। इस अवधि के दौरान आपका अपने ससुराल पक्ष में, हर विवाद भी खत्म हो सकेगा, जिसका आपके वैवाहिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उपाय: प्रतिदिन सूर्योदय के समय “विष्णुसहस्रनाम” का जप करें।

3 - मिथुन राशि
इस समय बुध का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा, जिससे भाग्य भाव भी कहा जाता है। ये गोचर आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। बुध का गोचर आपके लिए, सामान्य से काफी अनुकूल रहने वाला है।
इस दौरान आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी, जिससे आप अपने कार्यस्थल पर बेहतरीन तरीके से अपने विचारों और सुझावों को व्यक्त करते हुए, दूसरों को आकर्षित कर सकेंगे। इससे आपके वरिष्ठ अधिकारी आपकी ओर आकर्षित होंगे, और उनसे आपको नए अवसर और जिम्मेदारियों की प्राप्ति होगी।
इसके साथ ही आप खुद को अधिक सकारात्मक और आशावादी महसूस करेंगे, जिसका आपके स्वास्थ्य जीवन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप आप अपने सभी प्रयासों में सफल रहेंगे, क्योंकि इस दौरान आपको भाग्य का भरपूर सहयोग प्राप्त हो सकेगा।
इस समय आप निजी जीवन में भी अपने प्रेम संबंधों का आनंद लेते दिखाई देंगे, क्योंकि इस दौरान बुध बेहद शुभ स्थिति में होते हुए आपको ऊर्जावान और आकर्षण प्रदान करेंगे। खासतौर से गोचरकाल के समय विपरीत लिंगी लोग, आपकी ओर अधिक आकर्षक महसूस करते दिखाई देंगे।
वहीँ व्यापारी जातकों की बात करें तो, उनके लिए यह समय नए कार्य और नई नीतियों की शुरुआत के लिए अनुकूल रहने वाला है। इसके साथ ही विदेशी योजनाओं, आयात-निर्यात और विदेशी संगठनों से जुड़े लोगों को भी, उन्नति मिलने की संभावना है।
उपाय: बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।

4 - कर्क राशि
बुध इस समय आपकी राशि से अष्टम स्थान में गोचर करेंगे । ऐसे में आपको इस समय मिश्रित परिणामों को प्राप्ति होगी। इस समय, आपको अपने द्वारा किये गए पूर्व के हर निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा। वहीं वो जातक जो किसी शोध कार्य से जुड़े हैं, उनके लिए भी ये गोचर विशेष अनुकूल रहने वाला है।
इस अवधि में आप हर विपरीत परिस्थितियों को भेदने में सफल होंगे, जिससे आपको आत्म मंथन और खुद से जुड़ने में मदद मिलेगी। यह स्थिति जीवन के कई पहलुओं में सफलता दिलाने में आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
वहीँ कार्यक्षेत्र पर आपकी हर कार्यों को सीखने और समझने की क्षमता, आपके कार्य कौशल का विकास करेगी। जिसके चलते आपके वरिष्ठ अधिकारी, आपकी सराहना करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे। आपकी क्षमता का विकास होगा, और आप अपने कार्यस्थल पर उच्च पद की प्राप्ति करने में सक्षम होंगे।
जबकि व्यापारी जातक, विशेष रूप से बिज़नेस पार्टनरशिप से जुड़े जातकों को अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।
विवाहित जातकों को, अपने ससुराल पक्ष से किसी उपहार और सहयोग की प्राप्ति होगी। वहीं कुछ जातक गोचरकाल के दौरान, अपना पुराना कर्ज चुकाने में सफल रहेंगे।
उपाय: आपको अपने घर पर रोज़ाना सुबह कपूर जलानी चाहिए।

5 - सिंह राशि
बुध गोचर के दौरान आपकी राशि से सप्तम भाव यानि विवाह भाव में विराजमान होंगे, इससे लंबी साझेदारियों और व्यापार का भाव भी कहा जाता है। बुध का ये गोचर आपके लिए काफी खास मायने रखता है। इस दौरान आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
वैवाहिक जीवन के लिए भी ये समय विशेष शुभ रहेगा, क्योंकि इस दौरान आपको अपने साथी से प्रेम और सहयोग मिलेगा। इस समय आप दोनों खुलकर एक दूसरे का सम्मान भी करेंगे।
यह गोचर आपकी सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी लेकर आएगा। साथ ही पिता को भी अपने कार्यक्षेत्र से किसी प्रकार का लाभ मिलेगा, जिसे पारिवारिक वातावरण में खुशियां आएंगी।
व्यापारी जातकों को इस समय, पार्टनरशिप में व्यवसाय करने से लाभ और विस्तार करने के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही छोटी दूरी की यात्रा से आप शुभ फल अर्जित करने में सफल होंगे। छात्र को भी इस समय अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।
उपाय: अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने या चांदी की अंगूठी में पन्ना पहनें (लेकिन किसी जानकर की सलाह के बाद )।

6 - कन्या राशि
इस गोचर के दौरान बुध देव आपकी राशि से छठे भाव में प्रवेश करेंगे, जो कि रोग, शत्रु और ऋण का भाव माना जाता है। ये समय आपके लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता।
क्योंकि बुध इस दौरान आपके द्वादश भाव पर भी दृष्टि रखेंगे, जो ख़र्चों को दर्शाता है। ऐसे में इस समय आपके ख़र्चों में अत्यधिक वृद्धि, आपके मानसिक तनाव में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण बन सकती है। जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य जीवन पर पड़ेगा। इससे आपका प्रेम जीवन भी प्रभावित होगा और आपके व साथी के बीच दूरियों में वृद्धि हो सकती है।
हालांकि, कार्यक्षेत्र के लिए यह गोचर आपको सही दिशा में लेकर जाएगा। आप कड़ी मेहनत और प्रयास करेंगे, जिससे पदोन्नति के साथ-साथ आपको सराहना की प्राप्ति भी होगी। उचित होगा आप हर प्रकार के विवादों और झगड़ों से दूर रहें।
कुल मिलाकर कहें तो, बुध के गोचर काल के परिणाम पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप इस दौरान चीजों को किस दृष्टि से देखते हैं। क्योंकि कभी-कभी आत्मनलोचन और अपराध बोध, जैसी नकारात्मक भावना के चलते, हम खुद के ऊपर भावनाओं को हावी करते हुए अपना नुकसान कर लेते हैं।
स्वास्थ्य जीवन के लिहाज से, ये समय थोड़ा परेशान कर सकता है। उचित होगा आप अपनी दैनिक दिनचर्या में सुधार लेकर आएं। इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करते दिखाई देंगे।
उपाय: हर रोज सुबह "गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र" का पाठ करें।

7 - तुला राशि
बुध इस गोचर की अवधि में आपके पंचम भाव में विराजमान होगा। इस दौरान से आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। प्रेम संबंधों के लिए भी समय शुभ है। शादीशुदा जातक अपने साथी के साथ, सुंदर समय व्यतीत करते दिखाई देंगे। साथ ही वो जातक जो अपने दंपति जीवन में विस्तार करने की सोच रहे थे, उन्हें भी ये गोचर कोई शुभ समाचार दे सकता है।
वहीं कार्यक्षेत्र पर आपकी रचनात्मक और सहज शक्ति में वृद्धि होगी, जिससे आप अपने सभी निर्णय को लेने में सक्षम होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको कार्यस्थल पर सफलता की प्राप्ति होगी। साथ ही सरकारी सेवा में कार्यरत जातकों को, स्थानांतरण का कोई अनुकूल समाचार मिल सकता है। अचानक से लाभ की प्राप्ति होने के, योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं।
इसके अलावा उच्च शिक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को, अनुकूल परिणाम मिलेंगे। इसके साथ ही वो छात्र जो विदेशी विश्वविद्यालयों संस्थाओं में प्रवेश लेने के इच्छुक थे, उन्हें भी अपने प्रयासों से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है।
सिंगल जातकों के लिए, यह समय विशेष उत्तम रहेगा। क्योंकि इस दौरान वो अपनी इच्छाओं और भावनाओं को, अपने प्रेमी के सामने खुलकर रखने में सफल होंगे। इससे उन्हें भाग्य का साथ मिलेगा, और संभावना है कि प्रेमी से उन्हें उचित जवाब मिले।
बुध की स्थिति कभी-कभी तुला राशि के जातकों को, अत्यधिक आलोचक और निर्णायक बना सकती है। जिससे उनके जीवन में कुछ समस्या उत्पन्न होने का खतरा रहेगा। इसलिए बेहतर परिणामों की प्राप्ति के लिए, आपको अपने इस स्वभाव में सुधार करने की जरूरत होगी।
उपाय: बुधवार को किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को, हरे रंग के कपड़े या खाने की चीजें दान करें।

8- वृश्चिक राशि
इस दौरान बुध आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। यह भाव आपके सुख-सुविधाओं, मां, ज़मीन आदि का भाव होता है। इसलिए बुध के इस भाव में गोचर करने से, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
इस समय आपको पैतृक संपत्ति मिलने के भी योग बन रहे हैं, जिसके चलते आपको अचानक से लाभ और मुनाफ़ा प्राप्त होगा। कुछ जातक ज़मीन या नया वाहन खरीदने का भी प्लान कर सकते हैं, जिससे उनके आराम और विलासिता मे वृद्धि होगी।
वहीं इस दौरान मां को स्वास्थ्य कष्ट संभव है। खासतौर से यदि उन्हें हार्मोन, हृदय रोग या किसी प्रकार की कोई एलर्जी थी तो, आपके लिए उनका उचित ध्यान रखना सबसे अधिक जरूरी रहेगा।
इसके अतिरिक्त इस समय आपके जीवन साथी की आय में वृद्धि होने के योग बनेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको उनसे आर्थिक सहयोग मिलेगा और आप अपने कार्यों को पूरा करने में सफल होंगे।
गोचरकाल में आपको खुद को अपने आराम के क्षेत्र तक सीमित रखने से सावधान रहने की जरूरत है, अन्यथा आपको भविष्य में इससे परेशानी उठानी पड़ेगी।
उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा और आराधना करें ।

9- धनु राशि
इस गोचर के समय बुध आपकी राशि से तीसरे स्थान में प्रवेश करेंगे। ये भाव साहस, पराक्रम, भाई-बहन, प्रयास और संवादों का भाव होता है। ऐसे में बुध के गोचर के दौरान आपको इच्छानुसार, शुभ फलों की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।
इस समय आपकी मेहनत और लगन की कार्यस्थल पर जमकर सराहना होगी, जिससे आपकी ऊर्जा और साहस में वृद्धि हो सकेगी।
इससे आप अपने हर कार्य को समय से पहले, पूरा करने में सफल रहेंगे। लेकिन इस समय खुद पर अत्यधिक विश्वास करने से बचते हुए, एक समय में एक ही कार्य करने की ज़रूरत होगी। अन्यथा आप खुद को भ्रमित महसूस करेंगे, और इससे आपके लिए समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
छात्र इस समय अधिक जिज्ञासु होंगे, जिसके चलते उन्हें नए विषयों को आसानी से समझने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा आप सोशल माध्यमों, इंटरनेट, आदि की मदद से, अपने किसी अतिरिक्त बिज़नेस को आगे बढ़ाते दिखाई देंगे।
उपाय: भगवान गणेश की प्रार्थना करें।

10- मकर राशि
बुध इस अवधि में आपके दूसरे भाव में विराजमान होंगे, जो कि धन भाव होता है।मकर राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर काफी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह आपके छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके भाग्य भाव के स्वामी भी हैं।
इसके साथ ही इस गोचर के परिणामस्वरूप आपकी राशि में “धन योग” का निर्माण होगा, जिससे आपको आर्थिक जीवन में उत्तम फलो की प्राप्ति होगी। आर्थिक जीवन के लिए, यह समय सबसे उत्तम रहेगा।
आप कोई ज़मीन या घर लेने का प्लान कर सकते हैं। साथ ही आपको अपने पिता से आर्थिक और भावनात्मक सहयोग की प्राप्ति भी होगी, जो आपको अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने में प्रोत्साहन देने का कार्य करेगी। जबकि शेयर बाजार, आदि से जुड़े जातकों को अचानक से लाभ की प्राप्ति होने के योग बन रहे हैं।
वहीं व्यापारी जातक इस दौरान, दूसरों को प्रभावित करने में सफल होंगे। जिससे आपको अपने व्यवसाय के लिए अच्छे और लाभदायक मौके मिलने के योग बनेंगे। कार्य क्षेत्र से जुड़ी यात्रा करना, आपके लिए धन लाभ का मुख्य कारण बनेगा।
लेकिन आपको इस गोचर के दौरान, किसी को भी उधार धन देने से बचने की ज़रूरत होगी। खासतौर से दोस्तों या परिवार के किसी करीबी सदस्य को, अपना धन देने से बचें। अन्यथा उनके साथ आपका झगड़ा या बहस होने की आशंका है।
इस समय आप किसी भी प्रकार के मज़ाक या व्यंग्य में शब्दों का चयन सोच-समझकर करें, वरना लोगों से झड़प या विवाद हो सकता है।
प्रतियोगी या सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को इस समय इच्छानुसार, अपनी मेहनत का फल मिलेगा।
उपाय: मां समान महिलाओं जैसे बुआ, चाची, आदि को उपहार दें ।

11- कुंभ राशि
बुध का ये गोचर आपके प्रथम भाव यानि लग्न में होगा । जिससे आपको मिश्रित लेकिन, महत्वपूर्ण परिणामों की प्राप्ति होगी।यह गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपकी ही राशि में होने जा रहा है।
इस समय शादीशुदा जातक अपने जीवन साथी की उन्नति से खुश होंगे। वहीं जिन विदेश जाकर पढ़ाई करने की इच्छुक जातकों को इस दौरान विदेश जाने का अवसर मिलेगा।
इस दौरान कार्यक्षेत्र पर आपके साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी देखी जाएगी। इससे अपनी मेहनत और कार्य क्षमता के चलते, आप दूसरों की सराहना प्राप्त करने में सफल होंगे।
इसके अलावा ये समय अपके लिए रणनीतियों को तैयार करने और भविष्य की योजनाओं को पूरा करने के लिए भी उत्तम रहने वाला है। जिससे आपकी उन्नति में जबरदस्त उछाल आने के योग बनेंगे। वहीं यदि आप व्यापार करते हैं तो, आपको पार्टनरशिप या किसी तरह के निवेश से अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में मदद मिलेगी।
आपको सलाह दी जाती है कि अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ न करते हुए, जरूरत पड़ने पर सही डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
उपाय: बुधवार को पालक या हरी मूंग का सेवन करें।

12- मीन राशि
बुध इस गोचर के दौरान आपकी राशि से बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। बारहवां भाव, व्यय अथवा हानि का भाव माना जाता है। आपकी राशि के लिए सुख भाव यानि कि चतुर्थ तथा सप्तम के स्वामी होकर, कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, ऐसे में बुध देव के प्रभाव से इस दौरान आप एक अच्छा व आरामदायक जीवन व्यतीत करने के लिए, अपना अधिकतर धन खर्च करते दिखाई देंगे।
प्रेम संबंधों में भी आपको, अपने साथी की देखभाल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस अवधि के दौरान आशंका है कि, उन्हें स्वास्थ्य हानि हो। जिसका असर आपके संबंधों पर भी दिखाई देगा। हालांकि बुध का ये गोचर, आयात-निर्यात से जुड़े व्यापारियों के लिए अच्छा दिखाई दे रहा है।
बुध इस गोचर के दौरान आपको अपने शत्रुओं से हर प्रकार के विवाद और झगड़े से खुद को दूर रखने की सलाह दी जाती है। इस समय भौतिक सुखों की चाह को लेकर आपका लापरवाह और जल्दबाजी का स्वभाव, आपकी निर्णय क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
वहीं इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में भी कुछ परेशानी उठानी पड़ सकती हैं। ऐसे में आपको शुरुआत से ही, अत्यधिक मेहनत करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस दौरान आप अपने विचारों और सुझावों को रणनीति अनुसार अपनाने में असफल रहेंगे, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी।
कार्यस्थल पर आ रही इन परिस्थितियों के चलते, आपकी जीवनशैली भी प्रभाव होगी। विशेष रूप से आपके सोने के तरीके के दुष्प्रभाव, आपको किसी तरह की बीमारी भी दे सकते हैं। ऐसे में जितना संभव हो शांत रहते हुए आराम करें, और खुद को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार करने के योग्य बनाएं।
उपाय: बुधवार के दिन “विधारा मूल” को हरे कपड़े में बांधकर अपने गले में धारण करें।

नोट - यह ध्यान रहे कि बेहतर परिणाम जानने हेतु जन्म कुंडली का पूर्ण अध्यन जरूरी होता है अतः किसी योग्य से प्रमर्श लेकर ही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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