बकाया बिल भुगतान के लिए होता रहा आंदोलन, सुशासन ने नहीं ली किसानों की सुध
शिवहर:- कभी सुशासन तो कभी डबल इंजन की सरकार कहकर बिहार की जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा। उक्त बातें कांग्रेस जिला प्रवक्ता मुकेश कुमार सिंह ने पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कही। शिवहर एवं सीतामढ़ी जिले के इकलौते उद्योग रीगा चीनी मिल का हवाला देते हुए कहा कि वर्षों से बंद उक्त मिल से इलाके के किसानों की एक मायने में तोड़ दी है।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने किसानों को कमजोर करने की नीयत से रीगा चीनी मिल को बंद किया है। याद दिलाया कि देश के तानाशाह पीएम मोदी जब 2014 के चुनाव में शिवहर स्थित किसान मैदान में सरकार परिवर्तन के लिए वोट मांगने आए थे। तब गरज कर वादा किया था कि रीगा चीनी मिल को चालू कराना हमारा प्राथमिकता होगी। वहीं शिवहर को भी गुजरात की तरह विकास का भरोसा दिया था। लेकिन छह साल बाद भी वही हालात हैं किसानों की समस्या जस की तस है।
वही मतदाताओं को सब्जबाग दिखाकर झूठे वादे और छल फरेब से वोट लेकर सरकार बनाने में कामयाब मोदी सरकार जिस तरह किसानों पर अत्याचार कर रही है पूरा भारत देख रहा है। मौजूदा किसान बिल किसानों को बर्बाद करने वाला कानून है। भारत एक कृषि प्रधान देश है यहां के किसान खेती पर निर्भर हैं जिसकी बदौलत परिवार चलाने, शादी विवाह, दवा- इलाज एवं बाल बच्चों की पढाई सब इसी पर निर्भर है। बताया कि आपकी जमीन पर अगर पड़ोसी या पट्टीदार से विवाद होता है तो आप कोर्ट जाते हैं। लेकिन नए कृषि बिल में जब सरकार या बड़े उद्योगपति आपकी जमीन लेंगे तो आप कोर्ट भी नहीं जा सकते हैं।
उदाहरण स्वरुप कहा कि जब किसानों को आलू का बीज खेत में लगाना था तब कीमत 40 रूपये आज जब किसानों का आलू बाजार में आया तो कीमत आधे से भी कम हो गई। इन्हीं बातों को लेकर जागरूक किसान आंदोलन कर रहे हैं जिसे दबाने के लिए मोदी सरकार तरह तरह की पैंतरेबाजी दिखा रही है लेकिन अबकी बार किसान आपने हक के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। कांग्रेस पार्टी इस जन आंदोलन के में पूरी निष्ठा के साथ है।