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जीरो से 15 साल के बच्चों के लिए जीविका चला रही संध्या चौपाल

- संध्या चौपाल में एईएस पर किया जा रहा जागरूक  
- घर में जीवन रक्षक घोल बनाने की दी जा रही सलाह
- रात के खाने में मीठा खिलाने की अपील
 
प्रिंस कुमार 
 
चमकी बुखार से बचाव व जन-जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत जीविका के द्वारा संध्या चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इस चौपाल का मकसद वैसे परिवारों के बीच चमकी की जानकारी पहुंचाना है, जिनके यहां जीरो से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चे हैं। चौपाल की खासियत है कि इसमें कोविड के नियमों के अनुरूप शारीरिक दूरी और मास्क के नियम का पालन भी कराया जा रहा है। संध्या चौपाल की इस कड़ी में मड़वन में हुए कार्यक्रम में जय हिंद जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ के नजदीक महादलित समुदाय की दीदियों ने चमकी बुखार से बचाव के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत संध्या चौपाल का आयोजन किया। जिसमें जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनीशा द्वारा चमकी बुखार से बचाव के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।

रात को बच्चों को खाली पेट न सुलाएं
संध्या चौपाल में डीपीएम अनीशा ने बच्चों को कड़ी धूप में ना निकलने देने ,खाली पेट रात को बच्चे को ना सोने देने व बच्चे को रात में सोते समय कुछ मीठा खिलाने के बारे में बताया। वहीं 1 से 15 साल के बच्चों को विशेष निगरानी के अंतर्गत रखने व चमकी बुखार से संबंधित लक्षण दिखाई देने की स्थिति में 102 नंबर पर एंबुलेंस सेवा या फिर टैग किए गया स्थानीय गाड़ी से तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे को आंगनबाड़ी सेविका सहायिका एनएम की सहायता से या स्वयं के द्वारा बिना किसी देरी के ससमय पहुंचाने के लिए बताया गया।
 
ओआरएस की उपयोगिता बतायी
जीविका की डीपीएम ने समुदाय संगठन स्तर पर समूह, ग्राम संगठन व संकुल स्तरीय संघ की प्रत्येक बैठक में जागरूकता के लिए सभी जीविका दीदी को चमकी बुखार के लक्षण तथा बचाव के लिए चर्चा करने का निर्देश दिया। विशेषकर 0 से 15 साल तक के बच्चे वाले परिवार को चिह्नित कर उसमें ओआरएस तथा घर में चीनी, नमक तथा पानी से जीवन रक्षक घोल बनाने तथा उसकी उपयोगिता के बारे में तथा स्थानीय आशा आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका एनएम, जीविका मोबाइल वाणी का मोबाइल नंबर तथा एंबुलेंस का 102 टोल फ्री नंबर सभी के घर में उनके मोबाइल में सुरक्षित करने का निर्देश दिया गया।
चमकी पर लघु चल-चित्र का प्रदर्शन
संध्या चौपाल में लघु चल-चित्र के माध्यम से जीविका दीदियों को चमकी बुखार के लक्षण तथा बचाव हेतु लघु चलचित्र दिखाया गया।इस जागरूकता कार्यक्रम में आशा,विकास मित्र तथा जीविका मित्र और जीविका दीदियों ने भी चमकी बुखार के लक्षण तथा बचाव हेतु अपना अनुभव तथा जानकारी साझा किए| स्वास्थ्य व पोषण प्रबंधक पुष्कल दत्त तथा प्रशिक्षण अधिकारी प्रवीण पाठक मड़वन प्रखंड के प्रखंड परियोजना प्रबंधक आशुतोष कुमार तथा वाईपी स्वास्थ्य व पोषण राजा गुप्ता द्वारा भी संध्या चौपाल में चमकी बुखार से बचाव तथा सावधानी हेतु जीविका दीदियों को जागरूक किया गया| इस संध्या चौपाल में दूरी का पालन करते हुए 50 जीविका दीदी, प्रखंड के सभी क्षेत्रीय समन्वय तथा सामुदायिक समन्वयक जीविका मित्र,महादलित समुदाय की जीविका दीदियां तथा स्थानीय आशा, आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका उपस्थित थीं।

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