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आयुष मंत्रालय ने की कोविड-19 काउंसलिंग हेल्पलाइन की शुरुआत



• टोल—फ्री नंबर 14443 पर मिलेगी रोग व बचाव की पूरी जानकारी
• हिंदी और अंग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगा उपलब्ध
• एक बार में 100 कॉल्स को प्राप्त कर सकती है यह हेल्पलाइन

सीतामढ़ी, 21 मई।

प्रिंस कुमार 

कोविड संक्रमण की रोकथाम की दिशा में आयुष मंत्रालय भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. आयुष मंत्रालय द्वारा कोविड संक्रमण से बचाव के लिए समय-समय पर गाइडलाइन जारी किया गया है जिसमें विशेष तौर पर प्रकृति प्रदत्त औषिधीय वस्तुओं की उपलब्धता और उपयोग, योग, व्यायाम और सही खानपान के महत्व पर बल दिया गया है. अब आयुष मंत्रालय ने एक कदम बढ़ाते हुए संक्रमण से बचाव तथा संक्रमण से उबरने के पश्चात शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यक देखभाल के लिए आमजन को फोन के माध्यम से जानकारी देने का निर्णय लिया है. हेल्पलाइन संक्रमण की पूर्णत: रोकथाम और संक्रमण से उबरने वाले रोगियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा.
टॉल फ्री नंबर 14443 से मिलेगी जानकारी:

आयुष मंत्रालय ने लोगों को स्वास्थ्य विशेषज्ञों के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श व जानकारी देने के लिए टॉल फ्री नंबर 14443 जारी कर सामुदायिक सहायता हेल्पलाइन की शुरूआत की है. इसके जरिये कोविड-19 से जुड़ी चुनौतियों के समाधान के लिए आयुष आधारित उपाय बताये जायेंगे. यह हेल्पलाइन पूरे देश में शुरू की गयी है. टोल फ्री सेवा पूरे सप्ताह सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक संचालित रहेगा.
नजदीकी आयुष केंद्रों का लें सकते हैं पता:
इस टोल फ्री हेल्पलाइन के माध्यम से आयुष की विभिन्न विधाओं जैसे आयुर्वेद, होमियोपैथी, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी और सिद्ध के विशेषज्ञों द्वारा लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिए जाएंगे ताकि लोग शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रह सकें. यहां मौजूद विशेषज्ञ रोगी की काउंसलिंग और उपयोगी उपचार के अलावा उनके नजदीकी आयुष केंद्रों की जानकारी भी देंगे.

हिंदी और अंग्रेजी व क्षेत्रीय भाषा होंगी मौजूद:

कोविड-19 से उबरने वाले रोगियों को दोबारा रोजमर्रा के काम शुरू करने में हेल्पलाइन मददगार साबित होगा, इसकी उम्मीद है. यह हेल्पलाइन इंटरऐक्टिव वॉइस रेस्पांस (आईवीआर) आधारित है जहां प्री रिकॉर्डेड मैसेज की मदद से हिन्दी तथा अंग्रेजी भाषा में जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी. मंत्रालय ने कहा है आईवीआर सिस्टम से जल्द ही अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी जोड़ा जायेगा. हेल्पलाइन एक बार में 100 कॉल्स प्राप्त कर सकती है. भविष्य में जरूरत को देखते हुए कॉल्स की क्षमता को बढ़ा दिया जायेगा. मंत्रालय को प्रोजेक्ट स्टेप-वन संस्था द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है.

विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली है आयुष:

आयुष प्रणाली प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली है जिसका आज भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके तहत आने वाली उपचार की विधियों को औपचारिक रूप से मान्यता प्रदान कर दी गई है. आयुष प्रणाली असरदार, सुरक्षित, आसानी से उपलब्ध और सस्ती है तथा इसे कोविड-19 का इलाज करने में कारगर पाया गया है.

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