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मजबूत हौसले से जीती कोरोना से लड़ाई: रोहित राज



- संतुलित भोजन व आयुर्वेदिक दवाओं का किया खूब उपयोग

- होम आइसोलेशन में भी थी कोरोना मरीजो की चिंता 

मोतिहारी, 26 मई।

प्रिंस कुमार 

मोतिहारी (पूर्वी चम्पारण ) के सदर अस्पताल में कार्यरत 25 वर्षीय युवा लैब टेक्नीशियन रोहित राज के दिल में सेवा का जोश बराबर रहता था। तभी रोज 40 किलोमीटर की यात्रा कर अस्पताल के कोरोना पीड़ित मरीजों की सेवा करते थे। यह उनके जीवन का हिस्सा बन चुका था । रोहित राज ढाका में अपने परिवार वालों से दूर होके भी दूसरे के परिवारों के लिए जिंदगियां बचा रहे थे। रोहित कहते हैं कि पिछली बार कोरोना काल मे मैंने मरीजो की सेवा की परन्तु मैं सुरक्षित रहा । वही इसबार मरीजो की सेवा करते हुए कब संक्रमित हुआ पता ही नहीं चला । उन्होंने कोविड से बचने के लिए टीका का दोनों डोज लिया था । परन्तु जब कोरोना के लक्षण शरीर मे दर्द, खांसी, बुखार, कमजोरी हुई तो बिना समय गवाएं तुरंत जाँच करवायी जिसमें उन्हें पॉजिटिव बताया गया । तब उन्होंने हिम्मत से काम लिया औऱ खुद को होम आइसोलेट किया । घर पर अपने को अलग कमरे में रखते थे। मास्क , सैनिटाइजर के प्रयोग के साथ संतुलित भोजन, हल्दी वाला दूध , आयुर्वेदिक काढ़े, व सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड के वरीय चिकित्सक डॉ यूएस पाठक द्वारा बताए दवाओं का नियमित सेवन कर 1 सप्ताह में ही वह ठीक हो गये । कोरोना से बचने के लिए रोज गर्म पानी से गरारा व स्नान भी करते थे। उस दौरान मन नहीं लगने पर गाना सुनते थे। लोगों से मोबाइल से बात करते थे । साथ ही उनके मन मे ये हिम्मत और विश्वास भी था कि जल्द ही इस कोरोना से ठीक हो जायेंगे । उन्होंने लोगो से मिलना जुलना भी बंद कर दिया था । घर परिवार के लोगों ने लगातार हौसला बढ़ाया। उस दौरान अपनी सूझबूझ के कारण खुद भी सुरक्षित रहे और अपने परिवार समाज के लोगों को भी सुरक्षित रखा । उन्होंने बताया घर परिवार का कोई सदस्य भी कोरोना से पॉजिटिव नहीं हुआ। अब वह पूर्णतः ठीक होकर सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में मरीजो का सेवा कर रहे हैं। जिसमें बुखार चेक करना, गर्म पानी उपलब्ध कराना, समय- समय पर मरीज़ो को दवा उपलब्ध करवाना । 
रोहित कहते हैं भारत मे बना कोविड का टीका पूर्णतः सुरक्षित है । कोविड 19 से बचने के लिए टीकाकरण आवश्यक है । उन्होंने गांव समाज के लोगों को भी कोरोना का टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करने का काम किया ताकि वे सभी कोरोना महामारी से बच सकें । साथ ही कोरोना महामारी से बचने के लिए विभिन्न सावधानियां बरतने की सलाह वह सभी को देते हैं । उन्होंने बताया कि पूर्व में 1950 मरीजों की सेवा की है । वहीं वर्तमान में रोहित कोरोना से डिस्चार्ज लोगों के साथ रेफर मरीजों की भी सेवा करने का काम करते हैं । एंबुलेंस से रेफर मरीजों की एंबुलेंस से घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी भी निभाई है। पूर्व में सेवाकाल के दौरान 121 एसएसबी जवानों, विभिन्न थानों की पुलिस एवं आम नागरिकों की सेवा हेतु दिन-रात वार्ड में 1950 मरीजों की सेवा की है । सेवा के दौरान अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का भी भरपूर सहयोग मिला है । इस दौरान उन्हें जिलाधिकारी द्वारा सम्मान भी मिला है । सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा रोहित ने पूरे कोविड के दौरान अपनी विशेष सेवा दी है। घर से दूर होने के बावजूद वह पहले अपने काम को प्राथमिकता देता है। ऐसी कर्तव्यनिष्ठा बहुत की कम लोगों में देखने को मिलती है। वर्तमान में रोहित मोतिहारी सदर अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत हैं। रोहित ने आम लोगों से अपील की है कि मास्क लगाएं तथा अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराएं तभी कोरोना महामारी से बच पाएंगे ।

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