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वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर पर टिप्पणी करने के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्याम रजक


अनूप नारायण सिंह

मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार के वरिष्ठ पत्रकार और ईमानदारी के लिए जिनकी वर्षों तक मिसाल दी जाएगी कलम के जादूगर सुरेंद्र किशोर  के लिए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वर्तमान में राजद के नेता श्याम रजक ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है उसके बाद सोशल मीडिया पर श्याम रजक की जमकर खिंचाई हो रही है पूर्व राज्यसभा सांसद शिवानंद तिवारी के एक पोस्ट पर श्याम रजक ने वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर के लिए चमचागिरी और चाटुकारिता जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है। विवाद यही से प्रारंभ हुआ है। लंबे अरसे तक देश की पत्रकारिता में सक्रिय रहे व विगत कई वर्षों से कई सारे बड़े अखबारों के लिए वे नियमित लेखन करते हैं पटना के फुलवारी शरीफ थाना अंतर्गत कुर्जी मोहम्मदपुर गांव के पास एक छोटे से घर में शांति पूर्वक जीवन बसर कर रहे सुरेंद्र किशोर से मिलने देश के दिग्गज लोग पहुंचते हैं सादगी के भी प्रतिक है सुरेंद्र किशोर।जो लोग बिहार की पत्रकारिता में है या देश के पत्रकारिता में है और प्रिंट से जिन का जुड़ाव रहा है उनके लिए भी सुरेंद्र किशोर एक मिसाल है जितना बड़ा कद है उतना ही सहज है सुलभ है शब्दों के जादूगर और उन्हें किसी से कोई सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं कर्पूरी ठाकुर जैसे बिहार में सामाजिक आंदोलन के पुरोधा मुख्यमंत्री के काफी करीब रहे जब भी लिखते हैं तो बेबाक लिखते हैं, लिखते ही रहते हैं उनके बारे में शिवानंद तिवारी ने एक पोस्ट लिखा था जिस पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है कि सोशल मीडिया पर श्याम रजक ट्रोल होने लगे हैं सुरेंद्र किशोर इतने आहत हुए है की उन्होंने एक पोस्ट लिखकर अपनी भावना का इजहार किया है बिहार की पत्रकारिता जगत में ही नहीं दिल्ली तक इसकी गूंज पहुंची है हालांकि श्याम रजक से जब इस मुद्दे पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई उनसे संपर्क नहीं हो पाया उन्होंने सुरेन्द्र किशोर जैसे ईमानदार व्यक्ति के लिए इतने अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया ऐसी क्या वेदना है जिससे उन्हें लगता है कि सुरेंद्र किशोर जैसे व्यक्ति किसी की चमचागिरी कर सकते हैं जितना बड़ा सुरेंद्र किशोर का कद है जिससे मुंह खोल दें कोई भी बड़ा राजनैतिक पद उन्हें तुरंत मिल सकता है पद्म पुरस्कारों के लिए बिहार पत्रकारिता से बड़ा नाम है,पर यह सिद्धांत वादी व्यक्ति नहीं चाहता कि उसे किसी पुरस्कारों की परिधि में बांध दिया जाए या कोई लाभ का पद दे दिया जाए या उसके नाम पर कोई दुकान चले उनके नाम पर कोई विवाद नहीं कर सकता जात पात से काफी दूर रहते हैं। एक पत्रकार और राजनेता का क्या संबंध होता है श्याम रजक अपने राजनीतिक करियर में इस बात को बेहतर जानते हैं बहुत सारी बातें हैं जिन्हें सार्वजनिक करना किसी के भी हित में नहीं होता है। श्याम रजक उसी विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक होते रहे है जहां सुरेंद्र किशोर जी ने अपना आवास बनाया है। बिहार की पत्रकारिता में जो नई सशक्त बुलंद पत्रकारों की टीम है उन्हें भी पुष्पित और पल्लवित सुरेंद्र किशोर जी ने ही किया है।



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