मिथिला हिन्दी न्यूज :- इस वर्ष भी गया में एक पखवाड़े तक चलने वाले पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं होगा। हालांकि पिंडदान करने के लिए गया पहुंचने वाले भक्तों को कोविड के दिशानिर्देशों के पूर्ण पालन में अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी।हिंदू धर्मावलंबी अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पितृपक्ष में गया आते हैं और विभिन्न पिंडस्थलों पर पिंडदान और तर्पण कर अपने पूर्वजों को मोक्ष की कामना करते थे.
में इस साल पितृपक्ष मेला स्थगित किया जा रहा है. इस साल 20 सितंबर से पितृपक्ष मेला प्रारंभ होने वाला था, जिसमें 10 लाख श्रद्घालुओं के पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही थी.