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देशभर में हरतालिका तीज आज, जानें पूजा का सही समय

इस दिन सुहागिनें, पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए निराहार, निर्जल व्रत करती हैं

संवाद 

मिथिला हिन्दी न्यूज :- आज उत्तरी भारत में मनाया जाने वाला सबसे कठिन व्रत हरतालिका तीज है।आज भगवान शिव एवं माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग अनुसार ये व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को आता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ये व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा रखा जाता है। इस दिन निर्जला और निराहार व्रत किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति रूप में पाने के लिए रखा था। जानिए व्रत की पूजा विधि, सामग्री लिस्ट, मुहूर्त और महत्व।
14 साल बाद बाद हरतालिका तीज पर रवियोग

हरतालिका तीज पर 14 साल बाद रवियोग चित्रा नक्षत्र के कारण बन रहा है. यह शुभ योग 9 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से अगले दिन 10 सितंबर को 12 बजक 57 मिनट तक रहेगा. हरतालिका तीज व्रत का पूजा का अति शुभ समय शाम 05 बजकर 16 मिनट से शाम को 06 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. शुभ समय 06 बजकर 45 मिनट से 08 बजकर 12 मिनट तक रहेगा.
हरतालिका तीज व्रत के नियम:
-इस व्रत में पूरे दिन अन्न और जल ग्रहण नहीं किया जाता। व्रत रखने वाली महिलाएं अगले दिन जल ग्रहण करती हैं।
-मान्यता है अगर एक बार ये व्रत शुरू कर दिया है तो फिर इसे छोड़ा नहीं जा सकता। हर साल इस व्रत को विधि विधान रखना होता है।
-व्रत रखने वाली महिलाओं को इस दिन सोना नहीं चाहिए और रात्रि भर जागरण करना चाहिए।
-इस व्रत को कुंवारी कन्या अच्छे वर की प्राप्ति के लिए तो शादीशुदा स्त्रियां पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।

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