मिथिला हिन्दी न्यूज :- आस्था का महापर्व छठ साल में दो बार मनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार ये पर्व चैत्र महीने और कार्तिक के महीने में काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व पर साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाता है. इस व्रत को करने के नियम काफी कठिन होते हैं इसी कारण इसे महापर्व कहा जाता है. इस पर्व को पूरी सावधानी के साथ किया जाता है. जरा सभी गलती काफी अशुभ मानी जाती है.बता दे इस वर्ष 5 अप्रैल 2022, मंगलवार को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत होगी. जो 08 अप्रैल 2022, शुक्रवार को उगते सूर्य काे अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा. सूर्य की उपासना का पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। इस पर्व में विशेष रूप से छठी मैया की पूजा की जाती है. शास्त्रों के मुताबिक छठी माता भगवान सूर्य की मानस बहन हैं. और उनकी पूजा करने से सूर्यदेव को प्रसन्न किया जा सकता है. ये भी कहा जाता है कि षष्ठी मां यानी छठी मैय्या बच्चों की रक्षा करने वाली देवी हैं. इस व्रत का नियमपूर्वक पालन करने से संतान की लंबी आयु का वरदान प्राप्त होता है.