बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के चौथे दिन भी सदन में विपक्ष ने खूब हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) का बोलना है कि सदन में विपक्ष की बात नहीं सुनी जा रही है. एकतरफा कार्य हो रहा है. विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए विजय सिन्हा ने बोला कि बड़ी मुश्किल से कल भी प्रारंभ और आज भी प्रारंभ ही किया बोलना तो माइक को बंद कर दिया गया. इस पर जवाब मांगा कि उपमुख्यमंत्री पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख बिहार के नौजवानों को कब रोजगार देंगे? मुख्यमंत्री बैठे हैं जवाब दें. समान कार्य के बदले समान तनखाह कब मिलेगा इस पर सरकार जवाब दे. इन सारे प्रश्नों के पूछते ही माइक को बंद कर दिया गया.विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि हमारे सदस्य ने कैमरे वाले को बोला कि विपक्ष की ओर से कैमरा क्यों बंद कर दिया तो जिस तरह से सदस्य को मार्शल ने बेरहमी से बाहर किया, यह आसन ट्रेजरी बेंच के इशारे पर कार्य कर रहा है. लोकतंत्र की कत्ल हो रही है.
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में घटना घटी है.
ये दोषी को बचा रहे हैं. भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर मौन धारण किए हुए हैं.सरकार पर आक्रमण करते हुए विजय सिन्हा ने आगे बोला कि जंगलराज को जनता राज बताने वाले अब गुंडा राज में तब्दील कर रहे हैं. इसे कतई स्वीकार नहीं करेंगे. सदन में जब आवाज नहीं सुनी जाएगी तो फिर सदन में बैठने का क्या मतलब है. हमारे सदस्यों का पूरक नहीं सुनते हैं. सत्ताधारी दल के सदस्य पूरक की बौछार लगा देते हैं. आसन को निष्पक्ष होना चाहिए, लेकिन आसन सरकार के दबाव में कार्य कर रहा है.नेता प्रतिपक्ष ने बोला कि अब सड़क से सदन तक लड़ाई होगी. यह न्याय नहीं देंगे तो राज्यपाल से मिलकर इनके कारनामों को भी बताऊंगा. यह एकतरफा सदन चलाना चाहते हैं.