रेल मंत्रालय की तरफ से दुर्घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं.
जांच टीम रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी. जांच के बाद पता चलेगा कि घटना कैसे हुई. दुर्घटना के बाद रेलवे ने अपना काम प्रारंभ कर दिया है. जल्द यातायात व्यवस्था दुरुस्त होगी. हालांकि दुर्घटना की वजह साफ नहीं हो सकी है. ट्रेन की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है.ट्रैक पर डिरेल हुई नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (North East Express) की बोगियों को क्रेन के माध्यम से हटाने का कार्य चल रहा है. इसमें कुछ समय लग सकता है. इसके चलते कई ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं. कुछ को कैंसिल भी किया गया है. बक्सर रेल हादसे के बाद गुरुवार (12 अक्टूबर) की सुबह पूर्व मध्य रेलवे की तरफ प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 4 लोगों की मृत्यु और 30 जख्मी की पुष्टि की गई है. इसी विज्ञप्ति के तहत सूचना दी गई है कि मृतकों के परिवार वालों को 10-10 लाख दिया जाएगा. वहीं जख्मियों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे. रेलवे की तरफ से यह भी बताया गया है कि 30 लोगों में 5 गंभीर रूप से घायल हैं जबकि 25 साधारण रूप से जख्मी हैं. बताया गया कि घायलों का उपचार रघुनाथपुर, बक्सर, आरा और पटना में चल रहा है.इससे पहले दुर्घटना के बाद बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल ने बोला था कि लगभग 80 से 100 लोग जख्मी हुए हैं. इसमें से कुछ यात्रियों को पटना रेफर किया गया था. वहीं जिन चार लोगों की मृत्यु हुई है उनकी लिस्ट जारी की गई है. चारों की पहचान हो गई है.
घटना के बाद सबसे पहले आसपास के लोग ही मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों ने भी राहत बचाव में सहायता की. इसके बाद जिला प्रशासन की टीम के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी जुट गई. रात में ही सभी जख्मियों को उपचार के लिए पहुंचा दिया गया था. रघुनाथपुर पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से जख्मियों को रेफर करना पड़ा था.कुछ यात्रियों ने बताया कि रात में लोग खा कर सो गए थे. घटना कैसे हुई यह पता नहीं चला. एकाएक तेज आवाज आई और फिर पता चला कि ट्रेन के डिब्बे पलट गए हैं. इसके बाद आधी रात में ही चीख-पुकार मच गई.