काफी ज्यादा खोजबीन की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला.
बताया जा रहा है कि आशीष का बैग और साइकिल स्कूल में मिला है. छात्र जब स्कूल से नहीं लौटा तो शाम के लगभग 7 बजे के आसपास एक नंबर से आशीष के पिता के मोबाइल पर फोन आया. फोन करने वाले ने धमकाते हुए बोला कि उनका बेटा उन लोगों के कब्जे में सुरक्षित है. यह भी बोला कि गुरुवार (12 अक्टूबर) 12 बजे तक 20 लाख रुपये का प्रबंध कर लिया जाए. पैसों का बंदोबस्त हो जाने पर बताई गई जगह पर उसे पहुंचाना है. कुछ ही देर के अंदर में चार-पांच बार फोन किया गया था.फोन आने के बाद डरे-सहमे परिवार वालों ने कुमारबाग ओपी को इसकी जानकारी दी. जिस नंबर से फोन आया था उसकी जांच-पड़ताल की गई. पता चला कि सिम कार्ड मनुआपुल ओपी क्षेत्र के शेख धुरवा के ताहिर हुसैन के नाम पर है. एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस रात भर शेख धुरवा, राय धुरवा, रानीपुर रामपुरवा सहित कई स्थानों पर छापेमारी की लेकिन ताहिर पुलिस की पकड़ में नहीं आया. आशीष के पिता नगनारायण साह की बेतिया के बानुछापर में सोने-चांदी की दुकान है.
गुरुवार की सुबह एसपी कुमारबाग ओपी आए. बेतिया एसपी ने बताया कि छात्रों द्वारा बताया गया कि आशीष दीवार से फांद कर भाग गया है. एसडीपीओ महताब आलम ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल चल रही है. बता दें कि बेतिया एसपी ने कुमारबाग ओपी में लगभग एक दर्जन छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया है.