हर भारतीय की थाली में एक बिहारी व्यंजन पहुंचाने का जो सपना दिखाया गया था, उसका क्या हुआ?
बिहार के किसानों की आय से बीजेपी नेता ने पंजाब की तुलना की. बोला कि पंजाब के किसानों की औसत आय 26,700 रुपये है, जबकि बिहार के किसानों की औसत प्रति व्यक्ति आय मात्र 7,542 रुपये है. आय के मामले में बिहार के किसान देश में 28वें स्थान पर है. तीसरे कृषि रोडमैप पर 5 वर्ष में 1.54 लाख करोड़ खर्च करने का लक्ष्य था और जब सरकार 1 लाख करोड़ भी खर्च नहीं कर पाई, तब चौथे कृषि रोडमैप पर 1.62 लाख करोड़ खर्च करने के लक्ष्य का कोई औचित्य नहीं था.सुशील मोदी ने प्रश्न उठाया कि कि तीसरे कृषि रोडमैप में जैविक कॉरिडोर का निर्माण, हर खेत तक बिजली पहुंचाने, बंद नलकूप चालू कराने और अलग कृषि फीडर लगा कर 8 लाख नए सिंचाई कनेक्शन देने जैसे लक्ष्य पूरे क्यों नहीं हुए? उन्होंने बोला कि तीन कृषि रोडमैप लागू करने में नीतीश सरकार की असफलता के वजह से सभी पैक्सों का कम्प्यूटरीकरण नहीं हुआ. किसानों को 1,600-1,700 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर धान बेचना पड़ रहा है और अधिकतर चावल मिलें बंद हो गईं.