हम लोगों ने तो 9 पार्टियों के साथ मीटिंग करके सारी बातों को बता दिया.
जब हाउस प्रारंभ होगा तो एक-एक जानकारी, आर्थिक स्थिति की भी, हरके परिवार का जिसमें सभी जातियों का है उन सबका उसी वक्त पूरा का पूरा करके हाउस में भी रख दिया जाएगा. सब एमएलए-एमएलसी को भी दे दिया जाएगा."इस प्रश्न पर कि निरंतर जातीय गणना की रिपोर्ट में जो आंकड़े हैं उसको लेकर प्रश्न खड़े किए जा रहे हैं इस पर मुख्यमंत्री ने बोला कि चिंता मत करिए, एक साथ हमलोगों ने बैठकर सभी पार्टियों के साथ मिलकर तय किया. बहुत अच्छा हो गया. अब इसको हाउस में रखेंगे. उसके बाद आगे क्या करना है या जो कुछ भी करना है सबसे विमर्श करके हमलोग करेंगे. नीतीश कुमार ने आगे हंसते हुए बोला कि अभी मत कुछ पूछिए.अब नीतीश कुमार के बयान से साफ है कि विधानसभा सत्र में जातीय गणना की रिपोर्ट पर शीत युद्ध होने के संकेत हैं. बीजेपी के नेता अभी से ही आंकड़ों को लेकर प्रश्न उठा रहे हैं. जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू भी प्रश्न उठा चुके हैं. इन सबके बीच देखना होगा कि सदन में रिपोर्ट पेश करने के बाद क्या माहौल रहने वाला है.