इसका आभार मानने के बजाय ललन सिंह रोज प्रधानमंत्री और बीजेपी को कोस रहे हैं.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बोला कि लोग देख रहे हैं कि किसने किसकी पीठ में छुरा भोंका और किसने पलटी मारी? राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बोला कि क्या नीतीश कुमार इतने कमजोर हो गए हैं कि चिराग पासवान उनकी पार्टी को 44 सीट पर उतार दें? उन्होंने बोला कि किसी पर इल्जाम लगाने से पहले जेडीयू को अपनी जमीन देखनी चाहिए.उन्होंने बोला कि पिछले वर्ष विधानसभा के तीन में से दो उपचुनाव बीजेपी ने जीते और मोकामा में पार्टी 60 हजार वोट पाकर दूसरे जगह पर रही. नीतीश कुमार अपना वोट ट्रांसफर नहीं करा पाए. उन्होंने बोला कि उपेंद्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह और जीतन राम मांझी ने जेडीयू का साथ छोड़ दिया. उनके कई नेता बीजेपी में आए, लेकिन बीजेपी छोड़ कर कोई नहीं गया. जब नीतीश कुमार की पार्टी विलय या विघटन के कगार पर खड़ी है, तब बीजेपी को उनकी कोई जरुरत नहीं है.