उधर नीतीश कुमार ने जातीय गणना की रिपोर्ट पर प्रश्न उठाने वालों को भी जवाब दिया है.
सीएम नीतीश कुमार ने सदन में बोला कि कहीं कहीं कोई बोल देता है कि इस जाति की संख्या बढ़ गई तो उस जाति की संख्या बढ़ गई. यह बताएं कि जब इसके पहले जाति आधारित गणना हुई ही नहीं तो आप कैसे बोल रहे हैं कि इस जाति की संख्या घट गई और उस जाति की संख्या बढ़ गई? यह बहुत बोगस बात है. यह सब नहीं बोलना चाहिए. जब भी हुआ है केंद्र सरकार ने कराया है.इस क्रम में सदन में बीजेपी नेता प्रेम कुमार खड़े हो गए तो नीतीश कुमार ने बोला कि बैठिए न, आप हमारे मित्र हैं. मेरी बात तो सुन लीजिए. इसके बाद आप कुछ बोलना चाहिएगा तो सुनेंगे. आपकी कितनी इज्जत करते हैं. पूरी बात सुन लीजिए. रिपोर्ट जब बन गई तो अब आपके सामने रख दी गई है. हमने तो केंद्र से शुरू से कहा है कि इसे करा लेना चाहिए था. अभी तो देर हो गई है. 2020 और 2021 में होना था वो नहीं हुआ. हर 10 वर्ष पर हो रहा था. इसी वर्ष शुरू कर दें न.