उन नए लोगों में बिहार के कितने लोग हैं?
प्रशांत किशोर ने बोला कि ये पहले से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए कुछ लोगों को अपग्रेड किया जा रहा है. 1 लाख 25 हजार लोगों में बिहार के कितने नए अभ्यर्थियों को रोजगार दिया जा रहा है ये सूची सरकार को जारी करनी चाहिए. बिहार के नए युवाओं में मुश्किल से 20-25 हजार नए युवाओं को ही नौकरी मिली है. सरकार को नियुक्ति पत्र देने दीजिए. इसकी संख्या मैं दो से चार दिनों में जारी करूंगा.आगे प्रशांत किशोर ने बोला कि बिहार की जनता कभी जात-पात के नाम, कभी धर्म के नाम पर, कभी पुलवामा के नाम पर, लालू यादव से डर कर बीजेपी को, बीजेपी के डर से लालू यादव को वोट देते आई है. विकल्प न रहने पर लोग वोट करते हैं. आप अपना वोट शिक्षा, रोजगार, खेती के नए अवसर के लिए दें.उन्होंने बोला कि जन वितरण प्रणाली में अनाज कम मिल रहा है. स्थानीय विधायक से लेकर सबका कमीशन है. मनरेगा में कोई सक्रिय कार्य नहीं दिख रहा. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के 1 लाख 24 हजार लोगों को इसका लाभ मिलना था, लेकिन वो नहीं हुआ. स्वास्थ्य व्यवस्था प्राइवेट के जिम्मे है. सरकार का कुछ अभी तक नहीं दिखा. मधुबनी की सभी पंचायत घूमने के बाद यहां की स्थिति पर विशेष बात करूंगा. अभी जातीय सर्वे हुआ है इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. अगर सरकार उसके डेटा का सही आकलन कर इस्तेमाल करे तो कोई परेशानी नहीं है.मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर आक्रमण करते हुए पीके ने बोला कि सरकार के 60% बजट के मालिक दो लोग नीतीश और तेजस्वी हैं. सबसे पहले आप अपना विभाग छोड़िए, दूसरों को दीजिए. जेडीयू को लोकसभा में पांच सीट नहीं आएगी ये मैं लिख कर दे सकता हूं. तेजस्वी के पिता के वक्त से जापान देश है कोई आज नहीं बना है. कुछ लेकर आएं तो अच्छी बात है.