बिहार के शेखपुरा में उमस और भयंकर गर्मी के कारण से बुधवार को मध्य विद्यालय मनकौल में पढ़ने वाली 12 से अधिक छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई. एक के बाद एक छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं. घटना के बाद शिक्षकों में तहलका मच गया. घटना के बाद आनन-फानन में कुछ छात्राओं को सदर अस्पताल लाया गया. जहां उपचार चल रहा है. जबकि दो छात्राओं को निजी क्लीनिक में भी भर्ती कराया गया है. वहीं, समय पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में काफी ज्यादा आक्रोश देखा गया. घटना के बाद काफी संख्या में ग्रामीण भी विद्यालय पहुंच गए और बेहोश छात्राओं के चेहरे पर पानी देकर होश में लाने का प्रयास करते रहे. ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग की लापरवाही का इल्जाम लगाते हुए गांव के पास मुख्य मार्ग को भी जाम कर दिया और बवाल करने लगे.
फिलहाल सभी छात्राओं का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है.
ग्रामीणों का बोलना है कि भयंकर गर्मी में भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मजबूर किया जा रहा है. इस कारण से बच्चे सुबह भूखे स्कूल चले जा जाते हैं. जिला भयंकर गर्मी की चपेट में है. अगर जल्द ही इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया तो बच्चों के साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती है.सदर अस्पताल के डॉ. रजनीकांत कुमार ने बताया कि बढ़ते टेंपेरेचर के वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां भर्ती छात्राओं की हालत अब स्थिर है. वहीं, डॉ. सत्येंद्र ने बोला कि छात्रों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए. उन्हें जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए. गर्मी में बाहर न निकलने की राय दी जाती है. सभी छात्रों को पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए.