मैं यही बोलूंगा कि हम यहां अपने घर पर हैं.
गांव पर हैं, पूरी तरह सेटल हैं. आनंद मिश्रा ने बोला, "अब मैं उनका एसपी नहीं हूं, यह बात उनको भी ध्यान में रखना चाहिए कि मैं कोई गाय बकरी नहीं हूं कि राह चलते कोई भी गोदी में उठकर लेकर चला जाएगा. ऐसा कोई कैसे सोच सकता है, मैं अपने गांव में हूं, घर में हूं. मान लिया गया है कि अब वह लोग हार रहे हैं, इसलिए यह मिथिलेश जी के द्वारा चलाया जा रहा निगेटिव फीड है, जो ऊपर भेजा जा रहा है. जब खुद हार रहे हैं, तो मुझे भी हरा दिया जाए. ऐसी चीज किया जाए जैसे कि मेरे नाम का दूसरा व्यक्ति भी खड़ा कर दिया गया है. इस तरह की चीज शोभा नहीं देती."आनंद मिश्रा ने कहेगा कि वे लोग जानते थे कि ब्रह्मपुर क्षेत्र के लोग हमसे सहानुभूति रखते हैं. इसलिए असम के मुख्यमंत्री को इस इलाके में लाया गया. अब तो यह साफ हो गया कि हमें हारने के लिए यह सब किया जा रहा है. अब तो आप लोग देखिए कि आरजेडी को जीताने का कौन कार्य कर रहा है. असम के मुख्यमंत्री को गलत फीड दिया गया है यहां से. यहां बड़े-बड़े नेताओं को लाकर शर्मसार किया जा रहा है.दरअसल बक्सर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बोला था कि मुझसे आनंद मिश्रा ने बीजेपी की सेवा करने के लिए वीआरएस लिया था और यहां आकर लालू यादव से मिलकर इंडिया गठबंधन को फायदा पहुंचा रहे हैं. चुनाव बाद में उसको असम बुलाऊंगा. आनंद मिश्रा ने इसी पर अपनी जोरदार प्रतिक्रिया दी है.