बिहार में एक बार फिर केके पाठक को लेकर राजनीति गर्म है. विपक्ष निरंतर उन्हें लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है. कांग्रेस नेताओं के बाद अब माले विधायक ने भी शनिवार (18 मई) को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर निशाना साधा है.पालीगंज से माले विधायक संदीप सौरभ (Sandeep Saurabh) ने सरकार पर आक्रमण करते हुए लिखा है कि केके पाठक के आगे सरकार ने घुटने टेक दिए हैं. इस कारण से शिक्षकों और बच्चों को परेशान होना पड़ रहा है. बच्चों के स्वास्थय से खिलवाड़ हो रहा है. विधायक संदीप सौरभ ने पोस्ट में लिखा, "एक सनकी अधिकारी के सामने बीजेपी-जेडीयू सरकार घुटना टेक कर न केवल बिहार के शिक्षकों का तिरस्कार कर रही है बल्कि शिक्षकों और बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन से भी खिलवाड़ कर रही है"इससे पहले बिहार विधान परिषद के पांच एमएलसी ने पत्र लिखकर स्कूल के समय में परिवर्तन के लिए बोला था. ये पत्र शिक्षा मंत्री को लिखा गया था.
जिस पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
बल्कि शिक्षा विभाग ने एक पोस्ट जारी कर अनिवार्य शिक्षा के नियम और कानून की जानकारी दे दी. जिससे ये साफ जाहिर हो गया कि विधान पार्षदों की मांग का कोई प्रभाव नहीं है.बता दें कि केके पाठक ने बिहार में पड़ रही गर्मी को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव कर उसे सुबह 6 बजे से दोपहर 12 तक कर दिया है, जिसे लकेर बिहार में हंगामा मचा हुआ है. समय सारणी में संशोधन की मांग हो रही है. बोला जा रहा है कि वर्तमान समय को बदलकर सुबह 6.30 से 11.30 कर दिया जाए, ताकि शिक्षकों और बच्चों को स्कूल पहुंचने में परेशानी ना हो, लेकिन शिक्षा विभाग किसी की नहीं सुन रहा.यहां तक के खुद सरकार के सहयोगी पार्टी बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने भी इस कड़ी अपत्ति दर्ज की है, उन्होंने ने तो केके पाठक को बीमार तक बता दिया है. साथ ही इस वक्त सारणी को तुरंत बदलने की मांग की है.