जहां इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने आलोक को मृत घोषित कर दिया.
इधर, आलोक को चाकू मारकर उसे जख्मी समझकर पुलिस से बचने के लिए आरोपी विकास यादव ट्रेन पकड़ने मधुबनी स्टेशन पहुंच गया. जानकारी मिलते ही नगर थानाध्यक्ष दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने लोगों की सहायता से विकास यादव की पहचान कर विकास यादव को रेलवे स्टेशन से धर दबोचा. आलोक सीतामढ़ी जिला के पुपरी प्राथमिक विद्यालय में नियोजित शिक्षक के पद पर कार्यरत था. इस घटना से आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई. वहीं, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश भी व्याप्त हो गया है. घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है.घटना को लेकर नगर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार विकास यादव ने पूछताछ में बताया की दो साल पूर्व आलोक कुमार के साथ उसका झगड़ा हुआ था. इस दौरान विकास जख्मी हो कर अस्पताल में भर्ती था. उसी का बदला लेने के लिए उसने आलोक कुमार से मारपीट कर जख्मी करने के उद्देश्य से उस पर चाकू से आक्रमण किया था. पुलिस ने कत्ल में उपयोग किए गए चाकू को भी बरामद कर लिया है. इधर, सूचना पाकर सदर एसडीपीओ राजीव कुमार ने भी घटनास्थल का दौरा किया और मामले की छानबीन अपने स्तर से भी शुरू कर दी. पुलिस ने मृतक आलोक के लाश का पोस्टमार्टम कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया. आलोक का पैतृक घर पंडौल थाना के मोहनपुर गांव में पड़ता है. जहां पुलिस की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार किया गया.