कल 3 जुलाई को ही अकेले 5 पुल गिरे.
18 जून से लेकर अभी तक 12 पुल ध्वस्त हो चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन उपलब्धियों पर एकदम खामोश एवं निरुत्तर है. सोच रहे हैं कि इस मंगलकारी भ्रष्टाचार को जंगलराज में कैसे परिवर्तित करें?"तेजस्वी ने बोला, "सदैव भ्रष्टाचार, नैतिकता, सुशासन, जंगलराज, गुड गवर्नेंस इत्यादि पर राग अलपा दूसरों में गुण दोष के खोजकर्ता, कथित उच्च समझ के उच्च कार्यकर्ता, उन्नत कोटि के उत्कृष्ट पत्रकार सह पक्षकार तथा उत्तम विचार के श्रेष्ठ लोग अंतरात्मा का गला घोंट इन सुशासनी कुकृत्यों पर चुप्पी की चादर ओढ़ सदाचारी बन चुके हैं."
बता दें कि बीते बुधवार (03 जुलाई) को सीवान के महाराजगंज और छपरा से पुल गिरने की खबर सामने आई थी. छपरा के लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार ढोढ़नाथ मंदिर के पास नदी पर बना पुल ध्वस्त हो गया. वहीं सीवान में एक पुलिया महराजगंज की देवरिया पंचायत में ध्वस्त हुआ है जो धमही नदी पर बना था. दूसरा पुलिया महाराजगंज प्रखंड के नौतन सिकंदरपुर गांव के समीप ध्वस्त हुआ है. यह गंडकी नदी पर बना था. कई बीते दिनों में अन्य जिलों में भी ऐसी वारदात हुई है.