बिहार में निरंतर पुल गिरने और जर्जर जीर्ण-शीर्ण पुल इन दिनों सुर्खियों में है. इसको लेकर राजनीति भी चरम पर है. इस दौरान सुपौल के छातापुर प्रखंड के नरहेया में एक नदी पर बना पुल का बीम क्षतिग्रस्त हो गया है. इससे लोगों में खौफ का माहौल है. लोगों ने क्षतिग्रस्त बीम को लेकर कई तरह की आशंका व्यक्त की है. लोगों को डर है कि जिस प्रकार बीम क्षतिग्रस्त हुआ है कहीं इससे पुल को बड़ा नुकसान नहीं पहुंचे.मिली सूचना के अनुसार छातापुर प्रखंड मुख्यालय से प्रतापगंज को जोड़ने वाली सड़क पर नरहैया के समीप बना पुल का बीम क्षतिग्रस्त हो गया है. स्थानीय लोगों के अनुकूल पुल का निर्माण साल 2009 में हुआ था, लेकिन पुल के बीम में रॉड दिखाई देने की समस्या तब से ही थी. इधर उस जगह अब बीम बड़ा क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे खतरा बढ़ गई है.
लोगों ने बताया कि इस पथ से हजारों की आबादी हर दिन आवाजाही करती है.
बड़े-बड़े वाहनों का परिचालन होता है. ऐसे में पुल के बीम का क्षतिग्रस्त हो जाना कहीं न कहीं बड़ी दुर्घटना की आशंका को जाहिर कर रहा है. ऐसे में विभाग को चाहिए कि पुल की जांच कर मरम्मत कार्य करे.वहीं, इस संबंध में जब पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता से पुल के क्षतिग्रस्त बीम की खबर पूछी गई तो उन्होंने बोला कि 2009 में पुल निगम ने बनाया था. साथ ही उन्होंने बोला कि उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है. टीम से क्षतिग्रस्त बीम की जांच-पड़ताल कराई जा रही है,जो भी उच्चाधिकारी का निर्देश आएगा आगे की कार्रवाई की जाएगी.