इसके अलावा झारखंड के आसपास चक्रवातीय परिसंचरण था.
अब गंगीय पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों पर समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. इन दोनों मौसमी सिस्टम के वजह से आने वाले अगले 5 दिनों तक मानसून में परिवर्तन के साथ बारिश देखने को मिल सकती है. इस अवधि में दक्षिण बिहार में भी अधिकांश जिलों में सक्रिय रूप से बारिश तो कहीं-कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है. हालांकि, जिन स्थानों पर वर्षा नहीं होगी, वहां उमस भरी गर्मी बरकरार रहेगी.वहीं बुधवार को पूर्वी चंपारण में 142 मिलीमीटर वर्षा हुई. रोहतास में 43.8, अररिया में 30, औरंगाबाद 25.3, सीतामढ़ी में 15 मिलीमीटर, रोहतास में 43.8, अररिया में 30, औरंगाबाद 25.3, सीतामढ़ी में 15 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के कई जिलों में दोपहर के बाद से सक्रिय रूप से वर्षा हुई. पटना जहानाबाद और नालंदा में ऑरेंज अलर्ट जारी के साथ झमाझम वर्षा हुई. बारिश के बाद टेंपेरेचर में भी कमी आई. पटना में 0.5 डिग्री गिरावट के साथ टेंपेरेचर 36.02 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा सबसे अधिक टेंपेरेचर गोपालगंज में 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.