आरजेडी को 2010 में 22 सीट आई थी.
पिछली बार चिराग पासवान खड़े नहीं होते तो फिर आरजेडी को 30-32 सीट आती. इस क्रम में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर जमकर आक्रमण किया. उन्होंने बोला कि आरजेडी का जो सपोर्ट है वह मुसलमानों का वोट है. सबसे ज्यादा ठगा और डराया गया मुसलमानों को ही है. लालटेन में केरोसिन तेल निकल जाएगा तो कब तक जलेगा? मुसलमान आरजेडी के तेल हैं. वो लोग भी अब समझ गए हैं घात करने वाली आरजेडी ही है. वो लोग अब जन सुराज से जुड़ रहे हैं. बीजेपी की बी टीम पर पीके ने बोला कि थोड़े दिन में ए टीम माना जाएगा. फिर पता चलेगा कि कोई टीम ही नहीं बची.प्रशांत किशोर ने बोला कि बिहार में एक बड़ा जनमानस करीब-करीब 100 प्रतिशत लोग चाहे वो आरजेडी, बीजेपी, जेडीयू या किसी के समर्थक हैं, हर व्यक्ति बिहार में परिवर्तन चाहता है. विकल्प चाहता है. जन सुराज को देखता है कि मौका है जब नया विकल्प बनाया जा सकता है. लोग मुक्ति पाना चाहते हैं. हजारों की संख्या में लोग जन सुराज से हर दिन जुड़ रहे हैं.नीतीश कुमार की पार्टी प्रश्न कर रही है कि आपके पास पैसा कहां से आ रहा है? कैसे चुनाव लड़ाएंगे? इस पर प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार का अब राजनीतिक जीवन का आखिरी दौर है. जो लोग प्रश्न कर रहे हैं उनको हर दिन हम जवाब दे रहे हैं. 2014 में जब उनकी नाव डूब गई थी, नीतीश कुमार राजनीतिक भगोड़े के तौर पर मुख्यमंत्री का पद छोड़कर भाग गए थे. सियासत से संन्यास लेने की सोच रहे थे तो उनके नेता मेरे पास आए थे सहायता के लिए. उस वक्त में अगर मैं नहीं सहायता करता तो कहां रहते नीतीश कुमार और कहां रहती जेडीयू.