उत्तर बिहार में पश्चिमी इलाके को छोड़कर अन्य जिलों में मानसून का ज्यादा असर नहीं दिखेगा.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल गुरुवार को निम्न दबाव का क्षेत्र बांग्लादेश था जो शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों और पूर्वोत्तर झारखंड के आसपास एवं उसी स्थान पर चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. आज पश्चिम दिशा झारखंड की तरफ बढ़ने की संभावना है मानसून की अक्षीय रेखा का पूर्वी भाग जो कल गया से गुजर रहा था आज डेहरी से होते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है. इन सभी मौसमी सिस्टम के संयुक्त प्रभाव से राज्य में आज मानसून सक्रिय तो रहेगा परंतु धीरे-धीरे मॉनसून कमजोर होता जाएगा और अगले एक-दो दिनों के बाद बहुत ज्यादा कमजोर होने का अनुमान है. अगले 5 से 6 दिनों तक राज्य में बारिश काफी कम होने की संभावना बन रही है.
बीते शुक्रवार को राज्य का मानसून सक्रिय रहा. खासकर राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के लगभग सभी जिलों में मानसून सक्रिय रहा. अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश होती रही. सबसे अधिक बारिश गया में 105.4 मिलीमीटर दर्ज की गई जबकि गया के सभी प्रखंडों में भारी बारिश यानी 65 मिलीमीटर से ऊपर दर्ज की गई है. इसके अलावा भागलपुर में 85.4, अरवल 81.2, रोहतास 80, मुंगेर 72.2, कटिहार 71.4, पटना 69.6, नवादा 68.2, बक्सर 68, समस्तीपुर 66.4, जमुई 65 मिलीमीटर के साथ भारी बारिश दर्ज की गई. वहीं, शुक्रवार को राज्य में मानसून की सक्रियता के साथ-साथ टेंपेरेचर गिरावट रहा.