वहीं इंडिया गठबंधन को नौ सीट और एक सीट पर निर्दलीय पप्पू यादव जो पूर्णिया से जीते थे.
पार्टी के अनुकूल सीटों पर अगर नजर डालें तो बीजेपी को 12, जेडीयू-एलजेपी को 17, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को एक, कांग्रेस को तीन और आरजेडी एवं लेफ्ट ने छह सीट पर जीत हासिल की, लेकिन अब ये आंकड़े बदल रहे हैं. इंडिया टुडे सी वोटर के सर्वे के अनुकूल अगर अभी चुनाव होते हैं तो एनडीए को 35 सीटें और इंडिया गठबंधन को पांच सीटें आएंगी. इसे अगर पार्टी के अनुकूल देखें तो यह कहता है कि बीजेपी को 15, जेडीयू-एलजेपी को 20, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को जीरो, कांग्रेस को एक और आरजेडी एवं लेफ्ट को चार सीटें मिलती दिख रही हैं. ऐसे में यह आंकड़ा हैरान करने वाला है. इन आंकड़ों को देखें तो कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट को नुकसान हो रहा है तो वहीं जीतन राम मांझी को भी एक सीट का नुकसान हो रहा है. एनडीए को लाभ होता दिख रहा है.बता दें कि मूड ऑफ द नेशन का सर्वे इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि करीब एक वर्ष के बाद बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है. अगर एनडीए की ओर रुझान जा रहा है तो प्रश्न है कि क्या इसका फायदा बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा? मूड ऑफ द नेशन यह भी कहता है कि बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. इसलिए विधानसभा के चुनाव में यह बड़ा मुद्दा हो सकता है. हालांकि देखना होगा कि जब विधानसभा का चुनाव होता है तो उसके आंकड़े क्या होंगे.