राजधानी पटना के गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार के भाषण पर आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने बोला कि स्वतंत्रता दिवस पर सीएम नीतीश की भाषा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका दिमाग अब बिल्कुल कार्य नहीं करता है. दस लाख की बजाए 12 लाख रोजगार देने की बात नीतीश कुमार बोल रहे हैं. जब तेजस्वी रोजगार देने की बात बोलते थे तो सीएम नीतीश बोलते थे कि अपने बाप के यहां से लाएगा रोजगार? जेल से लाएगा रोजगार? कहां से देगा नौकरी? तेजस्वी पर ताना कसते थे.शक्ति यादव ने बोला कि तेजस्वी यादव ने जब नौकरी देने की लकीर खींची तो जेडीयू श्रेय लेने में जुटी हुई है. पत्रकारों से नीतीश कुमर बोल रहे हैं कि आरजेडी के शासनकाल के बारे में दिखाइए, लिखिए. चुनौती देता हूं कि एनसीआबी का रिकॉर्ड दिखलाइए. पहले के मुकाबले गुनाह भ्रष्टाचार बढ़ा है. सीएम नीतीश आप पत्रकारों से कहिए सृजन घोटाला के मामलों को उठाने के लिए, मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बारे में भी पत्रकारों को दिखाने कहिए.आगे आरजेडी के प्रवक्ता ने बोला कि बिहार की बदकिस्मती है कि आज बिहार ऐसे हाथों में है जो अचेत अवस्था में खड़ा है.
बिहार में जेडीयू-बीजेपी एक गैंग है और लूट हो रही है.
बता दें कि सीएम नीतीश स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में कई मुद्दों को सम्मिलित किया. सरकार के रोडमैप से लेकर विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर बोले. वहीं, इस क्रम में लालू-तेजस्वी के बिना नाम लिए जमकर निशाना साधा.उन्होंने बोला कि साल 2005 से बिहार का विकास तेजी से किया जा रहा है। साल 2005-06 में हमारी सरकार बनने के बाद राज्य का बजट मात्र 28 हजार करोड़ रुपये ही था जिसे साल 2006-07 में बढ़ाकर 34 हजार करोड़ रुपये किया गया और यह बढ़ते-बढ़ते अब 2 लाख 78 हजार करोड़ रुपये हो गया है जो लगभग 10 गुणा है. हमलोग साल 2005 में सरकार में आने के बाद जितना कार्य किया है उसके बारे में सभी लोग जानते है, लेकिन उसके पहले बिहार की क्या स्थिति थी उसके बारे में भी सभी को जानना चाहिए.