पहले कुछ बच्चे बीमार हुए और इसके बाद बड़े लोगों को भी उल्टी एवं दस्त की शिकायत होने लगी.
ग्रामीण अंबिका यादव ने बताया कि डायरिया से एक 10 वर्षीय बच्चे मिथुन कुमार, कंचन देवी की 7 वर्षीय पुत्री गौरी और नरेश यादव की पत्नी की मृत्यु डायरिया हुई है.
बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि डायरिया के प्रकोप की जानकारी के बाद गांव में दो एंबुलेंस और डॉक्टर के साथ मेडिकल टीम को भेजा गया. गांव में पहुंचे डॉ. अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रामीणों को ओआरएस आदि दिया जा रहा है. उधर गया के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई खबर नहीं है. जानकारी ली जा रही है. डायरिया के प्रकोप से ग्रामीण गांव छोड़कर किसी दूसरे जगह अपने रिश्तेदार के यहां जाकर रह रहे हैं. गांव के कई घरों के दरवाजे पर ताला लटका है. सन्नाटा पसरा है.