यह वीडियो काफी पहले का बताया जा रहा है.
अब तेज प्रताप ने इसे शेयर करते हुए लिखा है, "इस्कॉन पटना में घटी घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है. भक्तों की श्रद्धा एवं गरिमा को ठेस पहुंचाने का कार्य मंदिर अध्यक्ष एवं कुछ भक्तों द्वारा किया गया है."आगे लिखा, "मैंने पूर्व में भी मंदिर में चल रहे घिनौने कृत्य का खुलासा किया था जो आज सार्वजनिक रूप से सबके सामने आ गया है. पूर्व में मेरी बातों को गंभीरता से लिया गया होता तो आज ऐसी नौबत नहीं आती. नाबालिग बच्चों के साथ शोषण एवं यहां चल रहे काले कारनामे की एक लंबी लिस्ट है जिसके आरोपित बने इस्कॉन पटना के अध्यक्ष एवं अन्य कई लोगों का अब पर्दाफाश हो चुका है. हालांकि अभी भी इसे दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन मैं इस पर निरंतर आवाज उठाता रहूंगा. सरकार एवं इस्कॉन की गवर्निंग बॉडी कमीशन से मांग है कि ऐसे घिनौने कृत्य करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाए."बता दें कि इसके पहले भी तेज प्रताप यादव ने पटना इस्कॉन मंदिर के चार व्यवस्थापकों पर संगीन इल्जाम लगाए थे. तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर यह इल्जाम लगाया था कि ये चार लोग मिलकर बच्चे के साथ रेप कर रहे हैं. उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए. तेज प्रताप यादव ने सेकेंड लालू-राबड़ी पेज के माध्यम से लाइव आकर पटना इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास, हरिप्रेम दास, हरिकेशव दास और प्रमोद पर आठ वर्ष के एक बच्चे के साथ यौनाचार का इल्जाम लगाया था.