उसके मालिक ने भैंसा की कीमत दो करोड़ रुपये रखी है.
जिक्र तब तेज हो गई जब उसके मालिक ने बताया कि भैंसा को खाने-पीने में वह बीयर भी देता है. बिहार में शराबबंदी है इसके वजह से उसे बीयर नहीं मिल रही है. ऐसे में यहां (बिहार) सही तरीके से रखरखाव नहीं हो पा रहा है. भैंसा के मालिक ने बोला कि कोई खरीदार भी नहीं आ रहा है. वे सिर्फ अनंत सिंह का इंतजार कर रहा है. वही भैंसा को खरीद सकते हैं. अब जब रविवार को अनंत सिंह मेला देखने के लिए पहुंचे तो उन्होंने भैंसा खरीदने से मना कर दिया. भैंसा के मालिक ने पहले ही बोला था कि अगर अनंत सिंह नहीं खरीदेंगे तो वो भैंसा को लेकर चला जाएगा. हालांकि मेले में अनंत सिंह ने दुधारू भैंस खरीदने के लिए मोल-भाव जरूर किया. उन्होंने बोला कि चार से पांच लाख तक की भैंस को वह खरीदने के लिए मन बना रहे हैं. बातचीत चल रही है. रेट तय होने पर खरीद लेंगे. अनंत सिंह ने बोला कि वे पांच वर्ष से तो जेल में थे. इस बार बाहर हैं तो मेला घूमने आए हैं. उन्होंने बोला कि वे नौ वर्ष की उम्र से ही सोनपुर मेला आते रहे हैं. पहले रोड और पुल नहीं था. यहां लोग आते थे और 10 से 15 दिन तक रहते थे. अब मेला छोटा हो गया है. लोग गाड़ी से मेला आते हैं और घूमकर चले जाते हैं. सिर्फ आदमी की भीड़ है. मेले में कुछ खास नहीं है.
उन्होंने बताया कि उनका तीन घोड़ा भी इस सोनपुर मेले में आया है. इनमें सबसे बढ़िया लाडला नाम का घोड़ा है. इसको लोग काफी पसंद कर रहे हैं. लाडला तेज तर्रार घोड़ा है. उनके लिए वह बहुत प्रिय है. उन्होंने बताया कि काफी लंबे वक्त से सोनपुर मेले में घोड़े का रेस बंद है. इसको चालू करने के लिए वे सरकार से बात करेंगे.