हाजीपुर की जो स्थिति है, उसके अनुकूल हर किसी के लिए यह हवा काफी ज्यादा खतरनाक है.
खासकर बीमारी ग्रस्त या वृद्ध व्यक्तियों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक स्थिति बन सकती है.इसके अलावा ऑरेंज अलर्ट में आठ जिले हैं. चार जिले काफी खतरनाक स्थिति में है और रेड अलर्ट 300 के करीब में है. इनमें सबसे अधिक बक्सर में 298 एक्यूआई, नालंदा जिला का राजगीर में 295, राजधानी पटना में 286 और सासाराम में 270 एक्यूआई प्रदूषण दर्ज किया गया है, जो काफी ज्यादा खतरनाक है. इसके अलावा ऑरेंज अलर्ट की ज्यादा खराब हवा में बेतिया 258 एक्यूआई, बिहार शरीफ में 258, अररिया में 234 और गया में 231 एक्यूआई प्रदूषण दर किए गए हैं .ऑरेंज अलर्ट के अलावे 10 जिले येलो अलर्ट में हैं, जो खराब हवा के संकेत है. इनमें भागलपुर में 199 एक्यूआई, छपरा में 197, समस्तीपुर में 195, सहरसा में 181, मुंगेर में 175, बेगूसराय में 164, कटिहार में 132 , आरा में 112, सिवान में 105 और मोतिहारी में 102 एक्यूआई प्रदूषण दर्ज किए गए हैं.बिहार में वैसे जिले भी हैं, जहां की हवा अच्छी है और कोई खतरे का आसार नहीं हैं. इनमें पूर्णिया अव्वल नंबर पर है. यहां ग्रीन सिंग्नल का रिकॉर्ड दर्ज है और यहां मात्र 80 एक्यूआई दर्ज किया गया है. इसके अलावा औरंगाबाद, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, मधेपुरा जिले की हवा बिल्कुल साफ और स्वच्छ है. यहां ग्रीन सिग्नल है.