हालांकि पुलिस ने बल उपयोग करते हुए उन्हें खदेड़ा था.
उस दिन भी इन लोगों ने बोला था कि विधानसभा सत्र शुरू होगा तो हम लोग जोरदार बवाल करेंगे. अपनी मांग को लेकर रहेंगे. गर्दनीबाग धरना स्थल पर कई प्रश्नों से ये सभी लोग अपनी मांगों को लेकर धरना देते रहे हैं. इसी क्रम में एक बार फिर आज सुबह-सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के कार्यालय के बाहर आ गए.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2012 में ग्राम रक्षा दल सह पुलिस मित्र का गठन किया था. पूरे बिहार में करीब आठ हजार ग्राम रक्षा दल हैं. इन लोगों का कार्य गांवों में हो रहे अपराधों के बारे में थानाध्यक्षों को सूचना देना है. ग्राम रक्षा दल के कर्मियों का बोलना है कि हम लोगों का जोखिम भरा है. हम लोग खबर देते हैं और थाना प्रभारी मैनेज कर देते हैं. हम लोग से विवाद हो जाता है. इसके बाद भी हम लोगों की नौकरी स्थायी नहीं की गई है और ना ही मानदेय दिया जाता है. सिर्फ दिखावे के लिए वर्दी दे दी गई है.बता दें कि जब जीतन राम मांझी की सरकार आई थी तो आश्वासन दिया गया था कि इन लोग का मानदेय होगा. हालांकि मांझी मुख्यमंत्री पद से हट गए और इन लोगों पर आज तक ध्यान नहीं दिया गया. उधर जेडीयू कार्यालय के बाहर मौके पर उपस्थित पुलिस ने लोगों को समझाकर भेज दिया. बोला गया कि पार्टी कार्यालय के पास प्रदर्शन ना किया जाए. इसके बाद वे लोग चले गए.