हमारी उपेक्षा की गई?
ये प्रश्न इसलिए क्योंकि आरएलजेपी के नेता चंदन सिंह ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुपति कुमार पारस से वादा किया था कि आपके मान-सम्मान में कोई कमी नहीं होगी. अब एनडीए में मान-सम्मान नहीं मिलने की बात वह खुद कर रहे हैं. उधर बैठक से ठीक पहले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता चंदन सिंह ने बड़ा दावा कर दिया है. बोला है कि बिहार में अगले वर्ष 2025 का विधानसभा चुनाव एनडीए गठबंधन से बाहर होकर लड़ना है.चंदन सिंह ने यह भी बोला है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पशुपति पारस को मिलने का समय तक नहीं दे रहे हैं. अब चंदन सिंह के बयान और बीजेपी कार्यालय के बाहर इस तरह का पोस्टर लगाए जाने के बाद बिहार के सियासी गलियारों खलबली शुरू हो गई है. सवाल सिर्फ एक ही कि आगे पशुपति पारस और उनकी पार्टी का प्लान क्या होगा?