इस क्रम में पीके का पारा चढ़ता जा रहा था.
मुजफ्फरपुर जनसुराज के सचिव मो. जावेद अख्तर उर्फ गुड्डू इस प्रोग्राम के दौरान प्रशांत किशोर को पार्टी में चल रहे कुछ बातों से अवगत करवाना चाह रहे थे. वहीं सार्वजनिक रूप से शायद प्रशांत किशोर इसे सुनने नहीं चाह रहे थे, जबकि वो नेता आरजेडी से जनसुराज में आए थे. मुजफ्फरपुर के पूर्व पार्षद मो. जावेद उर्फ़ गुड्डू ने बताया कि मुजफ्फरपुर में पार्टी के कई नेता जुड़े और कई हट गए. इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. यही सुझाव मैं दे रहा था तो उन्होंने सुनने से मना कर दिया.
प्रोग्राम के क्रम में साफ देखा जा सकता है कि मो. जावेद कुछ बोलने पर अड़े हैं, लेकिन प्रशांत किशोर उन्हें सुनना नहीं चाह रहे हैं. इतना ही नहीं आस पास मौजूद कई नेता मो. जावेद को जबरन बैठाने की कोशिश रहे हैं, मगर वो अपनी बातों को किसी भी कीमत पर बोलने को आमादा थे. इसके बाद प्रशांत किशोर ने उन्हें बाहर जाने तक को बोल दिया. साथ ही बोला कि यहां अनुशासनहीनता नहीं चलेगी, इसे आरजेडी नहीं बनाइए. आपको बोलने की इजाजत किसने दी है.