अपराध के खबरें

उत्तर प्रदेश में मिलावटी पनीर के काले कारोबार का खुलासा, 6500 किलो माल पकड़ा, दो डेयरियों के लाइसेंस रद्द

 संवाद 

अलीगढ़ में सफेद पनीर के काले कारोबार का खुलासा हुआ है। सोयाबीन दाल के घोल में मिल्क पाउडर और केमिकल का इस्तेमाल करके यह मिलावटी पनीर बनाया जा रहा था। इसे सहालग के सीजन में दिल्ली और आस-पास के जिलों में सप्लाई किया जाना था।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापा मारकर पनीर तैयार करने के लिए बनाया 6500 किलो घोल पकड़ा है। मौके से 640 किलो सोयाबीन दाल, 50 किलो मिल्क पाउडर भी बरामद किया है। आबिद डेयरी और खालिद डेयरी को सील करते हुए इनके लाइसेंस भी रद्द कर दिए हैं। यहां से लिए गए 13 सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है।

22 जनवरी को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सहजपुरा की आबिद डेयरी पर छापा मारा। यहां पर ड्रमों में दूध जैसा ही कुछ मिश्रण भरा हुआ था। एक ड्रम में 2300 लीटर और दूसरे ड्रम में 2200 लीटर था। 52 किलो तैयार पनीर भी मौके पर पाया गया। सहायक आयुक्त खाद्य दीनानाथ यादव ने बताया कि ड्रमों में जो मिश्रण मिला है वह सोयाबीन दाल को पीसकर बनाया गया घोल था। इसमें मिल्क पाउडर का भी मिश्रण है। दूध जैसा सफेद बनाने को केमिकल भी इसमें डाला गया है। इस घोल को तत्काल नष्ट करा दिया गया है।

यहां से दूध और घोल के चार सैंपल भरे गए। इसके बाद टीम सहजपुरा में ही खालिद डेयरी पर पहुंची। यहां पर सोयाबीन दाल के घोल, मिल्क पाउडर और केमिकल मिलाकर तैयार किया गया 500 किलो मिलावटी पनीर भी जब्त किया गया। यहीं पर 1500 किलो दाल और पाउडर मिल्क को मिलाकर बनाया गया घोल मिला है। जिसे मौके पर ही नष्ट करा दिया गया। यहां से स्किम्ड मिल्क, पनीर, नकली दूध का घोल, सोयाबीन दाल के पांच सैंपल लिए गए। यहीं से विभाग ने 640 किलो सोयाबीन की दाल, दो बोरियों में 50 किलो स्किम्ड मिल्क पाउडर को जब्त कर लिया।

बड़ी मात्रा में नकली पनीर बनाकर उसे शादियों के सीजन में खपाने की तैयारी की जा रही थी। सभी डेयरी से लिए 13 नमूने राजकीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। - दीनानाथ यादव, सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय

एटा चुंगी और गभाना से भी भरे नमूने
विभाग की टीम ने मिलावटी दूध और पनीर के शक में एटा चुंगी स्थित वीरेंद्र डेयरी से दूध और पनीर के दो सैंपल लिए। इसके अलावा गभाना की अक्षत माधव महागौरा डेयरी से सोयाबीन, पीला चना और मिल्क पाउडर के नमूने भरे गए।
 
दूध से तैयार पनीर बताकर कर रहे थे बिक्री
सोयाबीन दाल को पीस कर उसमें पानी मिलाकर घोल तैयार करते थे। इस घोल में बेहद कम मात्रा में सिक्मड मिल्क पाउडर मिलाते थे। इस तैयार घोल का पीलापन काटने के लिए एक केमिकल का प्रयोग करते थे, जिससे सफेदी आ जाती थी। इस घोल से यह लोग पनीर तैयार कर देते थे, जो देखने में सफेद होता था।

कीमत में अंतर
यह पनीर बाजार में 180 से 200 रुपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई किया जा रहा था जबकि सही पनीर की कीमत 350 से 400 रुपये किलो है।

दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में आपूर्ति
इस पनीर को डेयरी संचालक, नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में खपाते हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि यह नकली माल किन-किन जगहों पर कब-कब खपाया गया। इसके लिए वह इनके रजिस्टर आदि की जांच कर रही है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live