उसके बाद टेंपेरेचर में थोड़ी बढोत्तरी होने का पूर्वानुमान है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी विक्षोभ के रूप में औसत समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है. एक नया पश्चिमी विक्षोभ क्षोभमंडलीय स्तर पर अपनी धुरी के साथ औसत समुद्र तल से करीब 3.1 किलोमीटर ऊपर 54 डिग्री पूर्व एवं 30 डिग्री उत्तर अक्षांश पर एक ट्रफ के रूप में देखा जा सकता है.समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर ऊपर हवाओं के साथ उपोषण कटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम प्रचलित है. इन सब कारकों के प्रभाव से अगले तीन दिनों में राज्य के न्यूनतम टेंपेरेचर में 2 से 3 डिग्री सेंटीग्रेड की गिरावट दर्ज की जा सकती है. लेकिन उसके बाद कोई खास अंतर देखने को नहीं मिलेगा. राज्य में अगले तीन दिनों तक अधिकांश भागों में शीत दिवस की स्थिति बनी रह सकती है.
शुक्रवार को सर्वाधिक अधिकतम टेंपेरेचर जीरादेई सीवान में 23.6 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया जो 1.1 डिग्री अधिक है एवं सबसे कम न्यूनतम टेंपेरेचर डेहरी रोहतास में 8.6 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया. राजधानी पटना में 2.6 डिग्री की वृद्धि के साथ 20.6 डिग्री दिन का अधिकतम टेंपेरेचर दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम टेंपेरेचर में कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ. शुक्रवार को राज्य के अधिकांश भागों में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहा.