एक तरफ जहां सोनू-मोनू गैंग की गिरफ्तारी हुई है.
अनंत सिंह ने सरेंडर किया है कहीं न कहीं पूरी दाल ही काली है. तभी तो एक विधायक के पति को सरेंडर करना पड़ रहा है. मीसा भारती ने बोला कि अगर विपक्ष मामले को उठा रहा हैं तो ये लोग (एनडीए नेता) 20 वर्ष पीछे की बात करते हैं. घटना आज घटी है तो आज की बात करनी चाहिए. आज की सरकार और आज के पुलिस प्रशासन से हम तो प्रश्न पूछेंगे. वहीं सांसद से पूछा गया कि केंद्रीय मंत्री ललन सिंह बोल रहे हैं कि अनंत सिंह को टिकट तो आरजेडी ने ही दी दिया था. इसपर उन्होंने बोला कि पहले तो अनंत सिंह को विधायक ललन सिंह ने ही बनाया था ना, इस प्रदेश के जो मुख्यमंत्री हैं जिन्हें सुशासन बाबू कहा जाता है उन्हीं ने टिकट देकर अनंत सिंह को विधायक बनाया था. उन्हीं की गोशाला से मुख्यमंत्री के लिए दूध भी जाता था. तेजस्वी ने अगर अनंत सिंह और उनकी पत्नी को टिकट दिया तो ललन सिंह प्रचार में क्यों गए? केंद्रीय मंत्री को अनंत सिंह और उनकी पत्नी का प्रचार नहीं करना चाहिए था.