केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश किया. इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने बिहार के लिए कई बड़ी घोषणाएं की. बजट में बिहार में मखाना बोर्ड के गठन का ऐलान भी किया गया. जिसपर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सांसद मनोज कुमार झा ने घेरा है.उन्होंने बोला कि गूगल करके देख लीजिए कि मखाना बोर्ड पहले से था या नहीं. गूगल से स्पष्ट पता चल जाएगा. पुराना मुहावरा था पुरानी शराब नई बोतल, लेकिन ये शराब भी पुरानी, बोतल भी पुरानी और बेहद चिमचिमा टाइप रैपर नया लगाया गया.पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने केंद्रीय बजट पर बोला कि आप(BJP) वही बात फिर से उठाते हैं जो आप 10 बार बोल चुके हैं, कुछ नया कभी नहीं होता. शराब बदल जाती है बोतल वहीं रह जाती है. उन्होंने आगे बोला कि आपने 12 लाख तक की आय वालों को टैक्स में छूट दी और यहां आपने 25 लाख आय वालों पर 30-40% टैक्स बढ़ा दिया,
आप पहले से ही जनता से पैसा ले रहे हैं.
आप हेल्थ सेक्टर को उठाकर देंखे, एजुकेशन सेक्टर को उठाकर देंखे, आप खाद और बीज सेक्टर को उठाकर देंखे, आशा, आजीविका पर कोई जिक्र नहीं. बिहार का सिर्फ जिक्र होता है, बिहार पर कोई चर्चा नहीं होती. पप्पू यादव ने प्रश्न खड़े करते हुए बोला कि क्या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला, विशेष पैकेज मिला? क्या कारखाने लगाने, पलायन पर कोई बात हुई? कब आपने कोसी कैनाल की बात की थी अब चौथी बार वहीं बात की है. मखाना बोर्ड का गठन पर हमारी डिमांड थी कि आप फाइनेंशियल मखान और मक्का के लिए क्या कर रहे हैं.
मछली पालन के लिए क्या कर रहे हैं इसपर विस्तारित करेंगे, ऐसा करेंगे, ऐसा होगा. लेकिन कब होगा. बिहार में इस वर्ष चुनाव हैं तो बस लुभाने के लिए सारी घोषणाएं हुई है.