उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह से जातीय संकरण से भरे हुए इंसान हैं कार्यकर्ताओं का इस पार्टी में कोई कदर नहीं है 15 वर्षों से वे दलित समाज का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं अपने क्षेत्र में लोकप्रिय है नीतीश कुमार के विकास कार्यों को जनता तक लेकर गए हैं पूरी ईमानदारी के साथ पार्टी और संगठन में लगे हुए हैं उन्हें भरोसा दिया गया था कि छात्रों ने टिकट देगी पर डोम जाति का होने के कारण अंतिम समय में उनका टिकट काट दिया गया वह बार-बार मिलने की कोशिश करता है कोई भी वरीय पदाधिकारी मिलने को तैयार नहीं है ऐसी स्थिति में उन्हें लगता है कि सरकार दलित विरोधी सरकार है.संतोष बाँसफोर ने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि वे क्षेत्र में जाएंगे क्षेत्र के लोगों का दबाव है लोग जाते हैं कि वे चुनाव लड़ने लोग आपस में चंदा कर रहे हैं जनता जनतंत्र में सर्वोपरि है जनता मालिक है जनता जो आदेश देगी उसे पूरा करेंगे उन्होंने कहा कि सिर्फ जादू ही नहीं अन्य पार्टियां भी डोम जाति को दरकिनार करने में लगी हुई हैं डोम जाति के नेताओं की हत्या हो रही है सत्ता और अपराध के खिलाफ बोलने वाले लोगों को डराया धमकाया जा रहा है इस चुनाव में जनता ही जवाब देगी
संतोष बिस्फोर ने जदयू पर लगाया डोम जाति के उपेक्षा का आरोप दरौली(सु) विधानसभा क्षेत्र से लड़ेगे निर्दलीय चुनाव
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October 05, 2020