बिहार में स्थापित होगा दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, प्रारंभ हुआ निर्माण, देखें कब तक होगा पूरा

संवाद 


दुनिया के सबसे बड़े बौद्ध स्तूप के बाद पूर्वी चंपारण के केसरिया में अब विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग की स्थापना की जा रही है. और बता दें कि मंगलवार (20 जून) को चंपारण की एतिहासिक धरती पर विराट रामायण मंदिर (Virat Ramayan Mandir) की नींव पड़ी. तीन मंजिले इस मंदिर की ऊंचाई 270 फीट होगी. 540 फुट चौड़े और 1080 फुट लंबे विराट मंदिर का रचना 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग को सावन (जुलाई2023) में स्थापित किया जाना है.महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद अपनी देखरेख में पूजा अराधना के साथ निर्माण काम में लगे उपकरणों और मशीनों की विधिवत पूजा की. मंदिर निर्माण काम के कमेटी से जुड़े लोगों के अलावा स्थानीय गांव वाले मौके पर उपस्थित थे. 


आचार्य किशोर कुणाल ने विस्तृत सूचना देते हुए बताया कि मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी साल नवंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा.


आचार्य किशोर कुणाल ने मंदिर रचना को लेकर बोला कि यदि कोई प्राकृतिक विपदा न आए और मंदिर निर्माण कार्य सामान्य गति से चला तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. भूगर्भ का काम पूरा होते ही जुलाई 2024 तक प्लिंथ का काम पूरा कर लिया जाएगा. साल 2025 के अंतिम तक मंदिर रचना का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.बोला गया कि साल 2024 में अयोध्या में मंदिर राम मंदिर का निर्माण होते ही साल 2025 में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. विराट रामायण मंदिर का निर्माण 3 मंजिला होना है. विराट रामायण मंदिर में 22 मंदिर का रचना किया जाएगा. इस मंदिर परिसर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित कराया जाएगा.विराट रामायण मंदिर की रचना अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम जानकी मार्ग पर स्थित केसरिया प्रखंड के कैथवलिया में हो रहा है. 2012 में आचार्य किशोर कुणाल द्वारा भूमि पूजन हुआ था. भूमि पूजन के बाद कई बाधाएं सामने आईं जो अथक कोशिश के बाद अब दूर कर ली गई हैं.


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