बिहार के आरा में 18 चक्का ट्रक में आग लगने से ड्राइवर और खलासी की जिंदा जलने से मृत्यु हो गई. घटना छपरा-कोईलवर फोरलेन की है. ट्रक जाम में फंसा था. राजपुर इंग्लिशपुर गांव के पास गुरुवार (23 जनवरी) की देर रात्रि यह घटना हुई है. शुक्रवार तड़के आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. जानकारी के बाद मौके पर पुलिस पहुंची. हालांकि दोनों (ड्राइवर-खलासी) की मृत्यु हो चुकी थी.बताया जाता है कि ट्रक ड्राइवर और खलासी खैरा बालू घाट से बालू लोड कर बेतिया में अनलोड करने के बाद लौट रहे थे. इस घटना में ड्राइवर का शव पूरी तरह से जल गया है. देखने से ऐसा लग रहा था कि ट्रक का गेट खोलकर भागने की कोशिश की गई थी लेकिन दोनों बच नहीं पाए. दुर्घटना में मरने वाले ट्रक ड्राइवर और खलासी की पहचान हो गई है. ड्राइवर जिले के पीरो थाना क्षेत्र के भुलूकुंआ गांव का रहने वाला भीम सिंह था. वहीं खलासी कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैया गांव का रहने वाला विकास कुमार (उम्र करीब 20 वर्ष) था.ड्राइवर भीम सिंह के भतीजे योगेश कुमार ने बताया कि बुधवार की सुबह सहार थाना क्षेत्र के खैरा बालू घाट से 18 चक्का ट्रक पर बालू लोड कर ये लोग बेतिया गए थे.
बेतिया से बालू अनलोड कर वापस खैरा लौट रहे थे.
घटना के बाद अन्य चालकों ने इसकी खबर ट्रक के मालिक को दी. जब हम लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि ट्रक में आग लगी हुई है और दोनों की जलकर मृत्यु हो गई है.एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की तरफ से शुक्रवार की अल सुबह जानकारी मिली कि एक ट्रक में आग लग गई है. इसके बाद टीम दमकल के साथ मौके पर पहुंची. आग पर काबू पाया गया. यही पता चल रहा है कि शॉर्ट सर्किट के वजह से ट्रक में आग लग गई होगी. ट्रक के केबिन में खलासी सोया हुआ था. ड्राइवर अपनी सीट पर सोया था. आग इतनी भयावह थी कि दोनों को भगाने का मौका नहीं मिला. एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया है. लाशों को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है.